क्या भाजपा राज में बलात्कार नहीं हुए? बेंगलुरु गैंगरेप केस में CM सिद्धारमैया का विवादित बयान
- बेंगलुरु में महिला से गैंगरेप केस में भाजपा के आरोपों पर सीएम सिद्धारमैया ने विवादित बयान दे दिया। उन्होंने पत्रकारों से पूछा- क्या भाजपा के राज में बलात्कार नहीं हुए?

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में महिला से गैंगरेप और पिछले हफ्ते 6 साल की बच्ची से रेप और हत्या मामले में भाजपा ने राज्य की कांग्रेस सरकार की तीखी आलोचना की। इसके जवाब में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने विवादित बयान दे दिया। मंगलवार को बेलगावी में पार्टी के कार्यक्रम के दौरान सिद्धारमैया ने कहा, क्या भाजपा के कार्यकाल में रेप नहीं हुए? समाज में हमेशा बुरे तत्व होते हैं। हम आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
दरअसल, भाजपा ने बेंगलुरु गैंगरेप केस और पिछले हफ्ते ही राजधानी के होयसला नगर में एक 6 साल की बच्ची की नृशंस हत्या मामले में कांग्रेस राज में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए। भाजपा ने गृह मंत्री जी. परमेश्वर के इस्तीफे की मांग की है। कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा एवं पार्टी नेताओं ने राज्य की कानून व्यवस्था की तीखी आलोचना की है। इसके जवाब में सिद्धारमैया विवादित बयान दे गए।
सिद्दारमैया ने बेंगलुरु में एक सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर संवाददाताओं से कहा, ''क्या भाजपा के कार्यकाल में दुष्कर्म नहीं हुए। दुष्कर्म कभी नहीं होने चाहिए और महिलाओं की सुरक्षा की जानी चाहिए। समाज में हमेशा बुरे तत्व होतहैं। हम उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।'' सिद्धारमैया यह बात बेलगावी में 'जय बापू, जय भीम' रैली के दौरान कह रहे थे। यह रैली महात्मा गांधी और डॉ. बीआर अंबेडकर के सम्मान में आयोजित की गई थी। उनके इस बयान की भाजपा ने तीखी आलोचना की है।
भाजपा के आरोप
कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र ने कहा, ''कर्नाटक जो कभी अपनी संस्कृति, मूल्यों और सुरक्षा के लिए प्रसिद्ध था, अब डकैती और अत्याचारों के लिए एक हॉटस्पॉट के रूप में कुख्यात हो रहा है। बेंगलुरु में के.आर. मार्केट के पास बस का इंतजार कर रही अकेली महिला के साथ हाल ही में सामूहिक दुष्कर्म और लूट एक जघन्य और अमानवीय कृत्य है जो राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था को रेखांकित करता है। यह महिलाओं की सुरक्षा में विफलता को दर्शाता है।''
उन्होंने आगे कहा कि हत्याओं, डकैतियों, महिलाओं के खिलाफ अपराधों और दुष्कर्मो की बढ़ती संख्या ने नागरिक समाज को निराशा में डाल दिया है जिससे अराजक स्थिति पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसी घटनाएं जारी रहीं तो लोग अनिवार्य रूप से उठेंगे और सरकार को जवाबदेह ठहराएंगे।