पाकिस्तान से संबंध के आरोपों के बीच गौरव गोगोई का बढ़ा कद, कांग्रेस ने असम इकाई का अध्यक्ष बनाया
कांग्रेस ने गोगोई को यह जिम्मेदारी उस वक्त सौंपी है हिमंत बिस्वा सरमा उन पर उनकी पत्नी के पाकिस्तानी आईएसआई से कथित संबंध का दावा कर रहे हैं। भाजपा कांग्रेस सांसद के पाकिस्तान दौरे को लेकर भी लगातार हमला कर रही है।

कांग्रेस ने असम विधानसभा चुनाव से करीब एक साल पहले सोमवार को अपनी राज्य इकाई में बड़ा बदलाव किया। लोकसभा सदस्य गौरव गोगोई को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। यह फैसला ऐसे समय लिया गया, जब पिछले कुछ महीनों से ब्रिटिश मूल की उनकी पत्नी के पाकिस्तानी संबंधों को लेकर खूब निशाना साधा जा रहा है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और भाजपा के दूसरे नेताओं ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया है। अब गोगोई ने नई जिम्मेदारी मिलने पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि वह आने वाले दिनों में राज्य की जनता का आशीर्वाद मांगेंगे।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गोगोई को असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। साथ ही, तीन नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। असम विधानसभा के सदस्य जाकिर हुसैन सिकदर, पूर्व विधायक रोजलीना टिर्की और प्रदीप सरकार को पार्टी की असम इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। कांग्रेस नेतृत्व ने 42 वर्षीय गोगोई के साथ कार्यकारी अध्यक्ष का उत्तरदायित्व भी तीन युवा नेताओं को सौंपा है। सिकदर 44, रोजलीना 43 और सरकार 42 वर्ष के हैं।
विधानसभा चुनाव से एक साल पहले बढ़ा कद
लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गोगोई को विधानसभा चुनाव से लगभग एक साल पहले यह जिम्मेदारी दी गई है। गौरव गोगोई असम के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत तरूण गोगोई के पुत्र हैं। असम में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। इससे पहले भूपेन कुमार बोरा असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे। गौरव गोगोई ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘मैं इस जिम्मेदारी के लिए, मुझ पर भरोसा जताने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी के संगठन महासचिव वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह का आभार व्यक्त करता हूं। भूपेन बोरा ने पार्टी का आगे बढ़कर नेतृत्व किया और शानदार योगदान दिया।’
जिम्मेदारी मिलने पर क्या बोले गोगोई
गौरव गोगोई ने कहा, ‘मैं अपने माता-पिता के मार्गदर्शन और अपने परिवार, विशेषकर अपनी पत्नी और बच्चों के सहयोग के बिना यहां नहीं होता। असम में कांग्रेस पार्टी में इतने सारे समर्पित और प्रेरक वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ काम करना एक आशीर्वाद है। उनकी बुद्धिमत्ता, अनुभव और पार्टी के प्रति समर्पण ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। मैं अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं।’ गोगोई ने कहा कि आने वाले दिनों में वह असम के लोगों का आशीर्वाद मांगेंगे और उन्हें विश्वास है कि सब लोग मिलकर अपने राज्य के लिए बेहतर भविष्य बना सकते हैं। वह वर्तमान में असम के जोरहाट से लोकसभा सदस्य हैं और लगातार तीसरी बार निचले सदन में पहुंचे हैं। इससे पहले वर्ष 2014 से 2024 तक लगातार दो बार असम की कलियाबोर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे।
गोगोई ने आरोपों को किया खारिज
गौरव गोगोई के पिता तरूण गोगोई मई, 2001 से मई, 2016 तक लगातार तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे। कांग्रेस ने गोगोई को यह जिम्मेदारी उस वक्त सौंपी है जब असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा उन पर उनकी पत्नी के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से कथित संबंध का दावा कर रहे हैं। भाजपा कांग्रेस सांसद के पाकिस्तान दौरे को लेकर लगातार हमला कर रही है। हालांकि, आरोपों को खारिज करते हुए गोगोई ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाया था। कांग्रेस सांसद ने यहां तक कहा था कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी हास्यास्पद, निराधार और बकवास है। उन्होंने कहा कि सरमा तथ्यों की जांच किए बिना आईटी सेल ट्रोल की तरह व्यवहार कर रहे हैं।