ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च होने के 30 मिनट बाद पाकिस्तान को बताया, सांसदों के पैनल से बोले एस जयशंकर
ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से 6-7 मई को पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर हमले का सैन्य अभियान था। इसका कारण 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला रहा, जिसमें 26 नागरिक मारे गए।
पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी कब दी गई, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसे लेकर सोमवार को बड़ा बयान दिया। संसदीय समिति को उन्होंने बताया कि भारतीय सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने पाकिस्तान को उनके क्षेत्र में आतंकी शिविरों पर हवाई हमले करने के बाद ही उन्हें सूचित किया था। सूत्रों ने जयशंकर के बयान के हवाले से कहा, ‘भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के 30 मिनट बाद इस्लामाबाद को अलर्ट किया गया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया। यह ऑपरेशन 7 मई की रात को चलाया गया था।’
एस जयशंकर ने यह भी कहा कि उन्होंने पाकिस्तान से कभी बात नहीं की। अमेरिका के कथित हस्तक्षेप के बारे में उन्होंने स्पष्ट किया कि सैन्य अभियान को रोकने का फैसला पाकिस्तान की अपील के बाद द्विपक्षीय रूप से लिया गया था। मंत्री ने विदेश मामलों की सलाहकार समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर को तभी रोका गया जब पाकिस्तान के डीजीएमओ ने इसे रोकने के लिए कहा। दोनों के बीच अमेरिकी मध्यस्थता का कोई सवाल ही नहीं है।' जयशंकर ने एक्स पर विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ भारत की शून्य-सहिष्णुता नीति पर चर्चा की। इस संबंध में एक मजबूत और एकजुट संदेश भेजने के महत्व को रेखांकित किया।'
अमेरिका के हस्तक्षेप पर जयशंकर ने क्या कहा
कांग्रेस ने जयशंकर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आतंकी शिविरों पर भारतीय हमलों के बारे में पाकिस्तान को पहले ही सूचित कर दिया था। सूत्रों ने बताया कि मंत्री ने बैठक में सांसदों को बताया कि केवल दोनों देशों के डीजीएमओ ने एक-दूसरे से बात की। किसी अन्य भारतीय अधिकारी ने पाकिस्तानी पक्ष से बात नहीं की। उन्होंने कहा कि भारत से पाकिस्तान से बात करने का आग्रह करने वाले अमेरिका को बताया गया कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि डीजीएमओ ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को सूचित किया था कि अगर वे गोलीबारी करेंगे, तो भारत जवाबी गोलीबारी करेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर लक्षित हमलों ने पाकिस्तानी सेना के मनोबल को भी चोट पहुंचाई है। सूत्रों ने बताया कि मंत्री ने दुनिया भर में पाकिस्तान को बेनकाब करने में सभी सांसदों से सहयोग मांगा।
(एजेंसी इनपुट के साथ)