सौरभ के कत्ल के बाद कैसे 6 लाख रुपये के लालच ने खोल दिया राज, मुस्कान की मां ने ही पहुंचाया थाने
- जानकारी मिलने के बाद उसकी मां कविता और अन्य परिजन उसे लेकर तुरंत पुलिस थाने पहुंचे। 25 फरवरी को मुस्कान का जन्मदिन था और 28 को बेटी पीहू का। परिवार से लगाव रखने वाला सौरभ राजपूत बेटी और पत्नी का जन्मदिन मनाने के लिए ही लंदन से मेरठ आया था, लेकिन मुस्कान की साजिश से उसकी यह आखिरी यात्रा ही साबित हुई।

मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड के खुलासे पुलिस तक को हैरान कर रहे हैं। मर्चेंट नेवी के अधिकारी सौरभ के कत्ल के बाद जिस तरह उनके शव के 15 टुकड़े किए गए और सीमेंट के साथ लपेट कर एक ड्रम में भर दिया गया, वह खौफनाक है। पुलिस जैसे-जैसे इस मामले की तह तक पहुंची, वह खुद हैरान होती रही। मुस्कान के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उसके इस खौफनाक कांड का खुलासा उसकी मां ने ही पुलिस के सामने किया था। मुस्कान रस्तोगी और उसके दोस्त साहिल शुक्ला ने सौरभ राजपूत के बाद मनाली की यात्रा की थी। वहां मौज-मस्ती के बाद जब वे लौटे तो उन्हें पैसों की जरूरत पड़ी। मुस्कान को पता था कि सौरभ राजपूत के खाते में 6 लाख रुपये जमा हैं। दोनों ने इस रकम को निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए।
इसके बाद मुस्कान अपने मायके में पहुंची, जो मेरठ की उस ब्रह्मपुरी कॉलोनी में है, जहां के एक मोहल्ले वह सौरभ के साथ रहती थी। मुस्कान ने खर्च के लिए अपनी मां से पैसे मांगे तो उसने सौरभ के बारे में पूछा। कई बार पूछने के बाद भी मुस्कान बता नहीं पाई। अंत में दबाव डालने पर उसने कत्ल की बात कबूल की। यह जानकारी मिलने के बाद उसकी मां कविता और अन्य परिजन उसे लेकर तुरंत पुलिस थाने पहुंचे। दरअसल 25 फरवरी को मुस्कान का जन्मदिन था और 28 को बेटी पीहू का। परिवार से लगाव रखने वाला सौरभ राजपूत बेटी और पत्नी का जन्मदिन मनाने के लिए ही लंदन से मेरठ आया था, लेकिन मुस्कान की साजिश से उसकी यह आखिरी यात्रा ही साबित हुई।
मेरठ से सौरभ लौटा तो पाया कि उसकी पत्नी मुस्कान की करीबी साहिल शुक्ला से और ज्यादा बढ़ गई है। 2 मार्च को वह अपने ससुराल भी मुस्कान के साथ गया था, लेकिन अवैध संबंध के चलते दोनों के रिश्ते बिगड़ते ही चले गए। अंत में मु्स्कान और उसके प्रेमी साहिल ने सौरभ का कत्ल ही कर दिया। नशीली दवा देकर सुला दिया औऱ चाकू से काट डाला। शव को घसीटकर बाथरूम में ले गए और 15 टुकड़े कर डाले। फिर शव के टुकड़ों को सीमेंट में खूब लपेटा और उसे एक ड्रम में भर दिया। मुस्कान और साहिल शुक्ला ने इस कांड को ऐसे अंजाम दिया था कि जब थाने में उसकी मां ने पूरे मामले की जानकारी दी तो पुलिस दौड़कर मौके पर पहुंची। दो पुलिस वाले घटनास्थल पर गए, लेकिन वहां कोई बॉडी नहीं मिली। ड्रम तो मिला, लेकिन ऐसा नहीं लगा कि इसके अंदर कोई शव है।
पुलिस वाले लौट आए और कहा कत्ल ही नहीं हुआ, फिर मुस्कान ने खोला हर राज
इस पर पुलिस वाले थाने लौट आए और अधिकारियों से कहा कि यह महिला झूठ बोल रही है। कोई कत्ल नहीं हुआ है। इसके बाद मुस्कान को ही मौके पर लाया गया तो उसने बताया कि सौरभ राजपूत के शव के टुकड़े इस ड्रम के अंदर ही भरे हैं। इस ड्रम से सीमेंट को निकालना मुश्किल हो रहा था। अंत में पुलिस ने सीधे साहिल को ही दबोचा और उसने पूछताछ में एक-एक राज उगल दिया। पब्लिक बड़े पैमाने पर मौके पर जुटी तो पुलिस ने ड्रम को ई-रिक्शा पर रखा और सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा दिया। वहीं पर ड्रम खोलकर शवों के टुकड़ों का परीक्षण हुआ। मर्चेंट नेवी में रहे सौरभ का कत्ल कर साहिल के साथ प्रेम संबंध बढ़ाने वाली मुस्कान की करतूत से हर कोई दंग है और पूरे शहर में इस कांड की चर्चा है।