अमरावती को वेश्याओं की राजधानी कहने पर बवाल, पत्रकार के खिलाफ सख्त ऐक्शन की मांग
जगन मोहन रेड्डी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू जनता के गुस्से को भटकाने और जवाबदेही से बचने के लिए फर्जी विमर्श और संगठित हिंसा का इस्तेमाल कर रहे हैं।'

राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती को 'वेश्याओं की राजधानी' बताने वाले पत्रकार के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। एनसीडब्ल्यू ने ऐसी टिप्पणियों पर मीडिया में आई खबरों का स्वत: संज्ञान लेते हुए कड़ी नाराजगी जताई। इसने कहा कि वह सार्वजनिक चर्चा में इस तरह के अस्वीकार्य और भड़काऊ बयानों की कड़ी निंदा करता है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने बयान में कहा, ‘अमरावती को वेश्याओं की राजधानी कहना महिला किसानों का घोर अपमान है। एनसीडब्ल्यू सार्वजनिक चर्चा में इस तरह के अस्वीकार्य और भड़काऊ बयानों की कड़ी निंदा करता है।’
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) को पत्र लिखकर इस मामले में त्वरित और समयबद्ध जांच करने का निर्देश दिया है। महिला आयोग ने बयान में कहा कि संबंधित अधिकारियों से तीन दिनों के भीतर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं, युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने सीनियर पत्रकार कोम्मिनेनी श्रीनिवास राव की गिरफ्तारी और स्थानीय समाचार चैनल पर हमले की निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र पर प्रहार बताया। आंध्र प्रदेश पुलिस ने सोमवार को हैदराबाद में पत्रकार को ग्रीनफील्ड राजधानी अमरावती के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
जगन रेड्डी ने पत्रकार की गिरफ्तारी की निंदा की
जगन मोहन रेड्डी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू जनता के गुस्से को भटकाने और जवाबदेही से बचने के लिए फर्जी विमर्श और संगठित हिंसा का इस्तेमाल कर रहे हैं।' उन्होंने इस कार्रवाई को लोकतांत्रिक संस्थाओं पर जानबूझकर किया गया हमला बताया। पूर्व मुख्यमंत्री ने नायडू पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने, सत्ता का दुरुपयोग करने और महिलाओं की गरिमा की रक्षा की आड़ में सुनियोजित हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार बनने के एक साल के भीतर 188 महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ और 15 की हत्या कर दी गई। उन्होंने इसके लिए पुलिस की लापरवाही और न्याय दिलाने में सरकार की विफलता को जिम्मेदार ठहराया।