कॉमनवेल्थ घोटाले के नहीं मिले सबूत, 14 साल बाद सुरेश कलमाड़ी को मिल गई क्लीनचिट
कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 मामले में सुरेश कलमाड़ी समेत अन्य आरोपियों को क्लीनचिट मिल गई है। कोर्ट ने ईडी की क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार कर ली है।

कॉमनवेल्थ गेम्स 2020 के आयोजन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मुख्य आरोपी रहे सुरेश कलमाड़ी और अन्य को बड़ी राहत मिल गई है। 14 साल पुराने इस मामले में ईडी ने राउज अवेन्यू कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी है। कोर्ट की तरफ से आरोपियों की क्लीन चिट मिल गई और मामला खत्म हो गया। इस मामले में आयोजन समिति के प्रमुख सुरेशल कलमाड़ी और महासचिव ललित भानोत समेत कई लोग आरोपी थे।
कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार के समय यह मामला काफी गर्म हो गया था। कॉमनवेल्थ घोटाले को लेकर खूब आरोप प्रत्यारोप हुए। सीबीआई ने आरोप लगाया था कि स्विस कंपनी को गलत तरीके से कॉन्ट्रैक्ट देने की वजह से लगभग 90 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके बाद 24 अप्रैल 2022 को कलमाड़ी को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में उन्हें दिल्ली हाई कोर्ट से जमानत मिल गई।
सोमवार को सुनवाई के दौरान राउज अवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज संजीव अग्रवाल ने कहा, जांच के समय से ही अभियोजन पक्ष पीएमएलए के सेक्शन 3 के तहत आरोप साबित नहीं कर पाया है। ईडी की गहन जांच के बाद भी कोई सबूत ना मिलने की वजह से केस को आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं है। ऐसे में ईडी की क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार की जाती है। कोर्ट ने कहा कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच शुरू की थी। वहीं सीबीआई पहले हीअपना केस बंद कर चुकी है।