इस्लाम ही नहीं, संविधान को लहूलुहान करने वाला; वक्फ बिल पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सख्त, करेगा प्रदर्शन
- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सख्त लहजे में कहा कि कुछ कथित सेक्युलर पार्टियों का साथ मिल कर भारतीय जनता पार्टी की फिरकापरस्त राजनीति करना बेहद अफसोसनाक है।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने संसद में पास हुए हालिया वक्फ संशोधनों को इस्लाम, शरीअत, धार्मिक और संस्कृति की आजादी के साथ-साथ देश के सेक्युलर ढांचे पर एक बड़ा हमला बताया है। बोर्ड का कहना है कि इन संशोधनों से सिर्फ मुस्लिम समाज की धार्मिक और सांस्कृतिक आजादी पर चोट नहीं की गई, बल्कि भारतीय संविधान की आत्मा को भी लहूलुहान किया गया है।
बोर्ड ने सख्त लहजे में कहा कि कुछ कथित सेक्युलर पार्टियों का साथ मिल कर भारतीय जनता पार्टी की फिरकापरस्त राजनीति करना बेहद अफसोसनाक है। इससे उनकी असलियत भी सामने आ गई है। बोर्ड का कहना है कि इन पार्टियों ने अपने वोटबैंक की खातिर सेक्युलरिज्म की नकाब ओढ़ी हुई थी, जो अब उतर चुकी है।
देशभर में विरोध करेगा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
बोर्ड ने ऐलान किया है कि वो इन संशोधनों के खिलाफ देशभर में एक पुरजोर मुहिम चलाएगा। ये मुहिम धार्मिक, समाजित और राजनीति पहलुओं के साथ मिलकर चलाई जाएगी और तब तक जारी रहेगी जब तक इन कानूनों को पूरी तरह से वापस नहीं लिया जाता।
जनरल सेक्रेटरी मौलाना मुहम्मद फजलुर्रहिम मुजद्दिदी ने कहा कि बोर्ड सिर्फ कानूनी रास्ता ही नहीं अपनाएगा बल्कि शांति और संविधानिक तरीकों से भी विरोध जताएगा। जिसमें प्रदर्शनों से लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस, काली पट्टी पहनने, और नागरिकों के साथ गोल मेज बैठकें भी शामिल हैं। बोर्ड ने बताया कि हर राज्य की राजधानी में मुसलमान लीडरशिप प्रतीकात्मक गिरफ़्तारी देगी और जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन होंगे। इन विरोधों के बाद राष्ट्रपति और गृहमंत्री को ज्ञापन सौंपे जाएंगे।