वक्फ बिल पर जेडीयू में घमासान, औरंगाबाद के जिला उपाध्यक्ष समेत 8 मुस्लिम नेताओं ने छोड़ी पार्टी
इस्तीफे के बाद औरंगाबाद के जदयू जिला उपाध्यक्ष जहीर अहसन आजाद ने कहा कि वह समता पार्टी के स्थापना काल से ही पार्टी में काम करते रहे। कई अन्य पदों पर उन्होंने काम किया। वह भारी मन से पार्टी से अलग हो रहे हैं। जदयू अब सेक्यूलर पार्टी नहीं रही है।

वक्फ संशोधन बिल पर जेडीयू के समर्थन देने के बाद से पार्टी में इस्तीफों का दौर जारी है। पहले कासिम अंसार समेत आधा दर्जन मुस्लिम नेताओं ने इस्तीफा दिया। अब औरंगाबाद जिला जदयू के मुस्लिम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा सौंप दिया। इसको लेकर जिला मुख्यालय में एक निजी हॉल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जदयू के जिला उपाध्यक्ष जहीर अहसन आजाद, महासचिव अतहर हुसैन उर्फ मंटू, 20 सूत्री सदस्य मो. इलियास खान, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि मो. फारूक अंसारी, पूर्व वार्ड पार्षद सईद अनवर हुसैन ने अपना इस्तीफा दिया है।
इसके अलावा वार्ड पार्षद खुर्शीद अहमद, फखरे आलम, जदयू नेता मुजफ्फर इमाम कुरैशी सहित अन्य लोगों ने भी जदयू की प्राथमिक सदस्यता और अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जहीर अहसन आजाद, खुर्शीद अहमद, अतहर हुसैन उर्फ मंटू, इलियास खान, अनवर हुसैन आदि ने कहा कि वे लोग शुरुआती दौर से जनता दल यूनाइटेड के प्राथमिक सदस्य रहे हैं।
जहीर अहसन आजाद ने कहा कि वह समता पार्टी के स्थापना काल से ही पार्टी में काम करते रहे। कई अन्य पदों पर उन्होंने काम किया। वह भारी मन से पार्टी से अलग हो रहे हैं। जदयू अब सेक्यूलर पार्टी नहीं रही है। भाजपा से मिलकर पार्टी को बर्बाद कर दिया गया है। सभी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भरोसा था कि जदयू वक्फ बिल का विरोध करेगी लेकिन उन्होंने भरोसा तोड़ दिया।