पहलगाम आतंकी हमले के बाद बॉर्डर पर एक्टिव हुई पाकिस्तानी सेना! कई उड़ानें कैप्चर
- पहलगाम में पर्यटकों पर भीषण आतंकी हमला हुआ। दहशतगर्दों ने नाम और धर्म पूछकर कई लोगों को गोली मार दी। इस हमले में 26 लोगों की मौत बताई जा रही है। इस बीच सीमा पर पाकिस्तान की संदिग्ध सैन्य गतिविधियों के दावे हैं।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में भीषण आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर सीमा के पास पाकिस्तान की संदिग्ध सैन्य गतिविधियों को लेकर कई दावे सामने आए हैं। माइक्रोब्लॉगिंग साइट X पर उड़ानों की निगरानी करने वाली वेबसाइट Flightradar24 के स्क्रीनशॉट्स साझा किए जा रहे हैं, जिनमें पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) के प्रमुख विमानों की असामान्य गतिविधियां देखी जा रही हैं।
इन दावों के अनुसार, कराची स्थित साउदर्न एयर कमांड से कई PAF विमान लाहौर और रावलपिंडी के पास उत्तरी ठिकानों की ओर रवाना हुए हैं। ये एयरबेस भारत की उत्तरी सीमा के सबसे करीब माने जाते हैं।
विशेष रूप से दो उड़ानों की गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिनमें एक Lockheed C-130E Hercules ट्रांसपोर्ट विमान PAF198 और Embraer Phenom 100 जेट PAF101 है। ये आमतौर पर वीआईपी ट्रांसपोर्ट या खुफिया अभियानों के लिए उपयोग होता है। फिलहाल, X पर किए गए सभी दावे अपुष्ट हैं और ना ही पाकिस्तान एयर फोर्स और ना ही भारत सरकार की ओर से इन पर कोई आधिकारिक पुष्टि की गई है।
पहलगाम में आतंकी हमला
22 अप्रैल को दोपहर करीब 2:30 बजे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ। सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो विदेशी पर्यटक और दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं। यह हमला हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हुए सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक माना जा रहा है। इस हमले के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत जम्मू कश्मीर का दौरा किया और सेना के अधिकारियों संग बैठक की। उधर, सऊदी अरब दौरे पर गए पीएम मोदी भी यात्रा बीच में छोड़ वापस आ रहे हैं।
आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। TRF को जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन माना जाता है। TRF ने अपने बयान में कहा कि यह हमला जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों को बड़ी संख्या में डोमिसाइल सर्टिफिकेट दिए जाने के विरोध में किया गया।