मेरा वहां कोई नहीं, यहाँ सब कुछ; 35 साल से भारत में रह रही पाकिस्तानी महिला को देश छोड़ने का नोटिस
35 सालों से भारत में रह रहीं पाकिस्तानी नागरिक शारदा कुकरेजा को भी स्थानीय पुलिस ने 48 घंटे में भारत छोड़ने का निर्देश दिया था। शारदा के मुताबिक उनका परिवार जबरन धर्म परिवर्तन से बचने के लिए भारत भाग आया था।

पाकिस्तान में जन्मी शारदा कुकरेजा ने प्रधानमंत्री मोदी और ओडिशा के सीएम मोहन चरण मांझी से अपील की थी कि उन्हें उनके परिवार से अलग न किया जाए। क्योंकि स्थानीय पुलिस ने सरकार के आदेश पर जिन पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का नोटिस दिया था उनमें शारदा कुकरेजा का नाम भी शामिल है। 53 वर्षीय शारदा ने आज से 35 साल पहले एक भारतीय नागरिक से शादी की थी उसके बाद वह भारत में ही रह रही हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के सिंध राज्य के सुक्कुर शहर में जन्मी शारदा का पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन करवाकर वहां पर एक मु्स्लिम अधेड़ से शादी कराई जा रही थी। इससे बचने के लिए शारदा अपने परिवार के साथ भागकर भारत आ गई थीं। यहां पर उन्होंने महेश कुमार कुकरेजा नामक शख्स से शादी की और फिर ओडिशा के बोलांगीर जिले में ही रहने लगीं। दंपत्ति को एक बेटा और एक बेटी है और दोनों ही शादीशुदा हैं।
1987 में भागकर आ गए थे भारत
मीडिया से बात करते हुए शारदा ने बताया वह और उनका पूरा परिवार साल 1987 में 60 दिनों के वीजा पर भारत आए थे। यहां सबसे पहले हम ओडिशा के कोरापुट आए थे फिर उसके बाद मैं शादी करके बोलांगीर आ गई, जब साल 1990 में मेरी शादी हुई उस वक्त मेरी उम्र केवल 18 साल थी। यहां बोलांगीर में मैं अपने सुखी परिवार के साथ करीब 35 सालों से रह रही हूं।
शारदा ने बताया कि हम पाकिस्तान से भागकर आए थे। क्योंकि वहां पर हमें जबरन धर्म परिवर्तन करना पड़ रहा था। मैं, मेरी चार बहनें और पांच भाई आज हिंदुस्तान में खुशी-खुशी अपना जीवन बिता रहे हैं। सभी की अलग-अलग जगह शादी हो चुकी है।
आपको बता दें कि शारदा के परिवार के सभी सदस्य भारतीय हैं। चूकिं शारदा के पास पाकिस्तानी नागरिकता है इसलिए वह तकनीकि रूप से पाकिस्तान की नागरिक हैं।
चुनाव में वोट भी किया है- शारदा
शारदा ने दावा किया कि मेरे पास आधार कार्ड है और मैंने कई चुनावों में मतदान भी किया है। लेकिन तकनीकि रूप से मुझे भारतीय नहीं माना जाता। मुझे उम्मीद थी कि नागरिकता संसोधन अधिनियम के बाद उन्हें नागरिकता मिल जाएगी लेकिन अभी भी ऐसा नहीं हो पाया है।
शारदा ने कहा कि यदि सरकार मुझे इस उम्र में पाकिस्तान भेजती है तो मैं वहां कहां जाऊंगी? वहां किससे मिलूंगी? उस देश से मेरा कोई संबंध नहीं है। मैं 1987 के बाद से कभी पाकिस्तान नहीं गई हूं। मैंने कभी पाकिस्तान में किसी को फोन नहीं किया है। मेरा उस देश से कोई संबंध नहीं है, जो मुझे और मेरे परिवार को सुरक्षा नहीं दे सका।
बोलांगीर के पुलिस अधीक्षक अभिलाष ने बताया कि प्रशासन ने शारदा को ‘‘जल्द से जल्द’’ देश छोड़ने का नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि नोटिस केवल महिला को दिया गया है, उनके पति या बच्चों को नहीं। शारदा कुकरेजा के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि उनके पास आधार कार्ड है और उन्होंने चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लिया था, पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘हमने रिकॉर्ड के अनुसार नोटिस दिया है। हमें अब उनके द्वारा किए जा रहे दावों की पुष्टि करनी है।’’
फिलहाल सरकार द्वारा देश छोड़ने की समय सीमा समाप्त हो गई है और शारदा के भारत छोड़ने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।