रान्या राव को झटका, 14 किलो सोने की तस्करी केस में स्पेशल कोर्ट ने ठुकराई जमानत
- 14 किलो सोना की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार रान्या राव इस वक्त न्यायिक हिरासत में हैं। राव की जमानत के लिए अर्जी लगाई गई थी, जिसे स्पेशल कोर्ट ने खारिज कर दिया है।

कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव का नाम इन दिनों कर्नाटक की सियासत में भूचाल लाने वाला साबित हो रहा है। 14 किलो सोना की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार रान्या राव इस वक्त न्यायिक हिरासत में हैं। राव की जमानत के लिए अर्जी लगाई गई थी, जिसे स्पेशल कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
कैसे पकड़ी गई रान्या राव?
3 मार्च को जब रान्या राव दुबई से बेंगलुरु के केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची, तो उन्होंने वीआईपी प्रोटोकॉल के तहत ग्रीन चैनल से निकलने की कोशिश की। यह रास्ता उन यात्रियों के लिए होता है जिन्हें घोषित करने के लिए कुछ नहीं होता। लेकिन इसी दौरान मेटल डिटेक्टर से जांच में अधिकारियों को रान्या के शरीर पर कुछ संदिग्ध सामान छुपा होने का संकेत मिला। जब अधिकारियों ने जांच की तो पाया कि रान्या ने अपनी कमर और पैरों पर बैंडेज और टिशू की मदद से सोने के बिस्कुट लपेट रखे थे। इसके अलावा, उनके जूतों और जैकेट की जेबों में भी सोने के टुकड़े छिपाए गए थे। जांच में पता चला कि बरामद सोना 24 कैरेट का था और इसका वजन 14.2 किलोग्राम था, जिसकी कीमत करीब 12.56 करोड़ रुपए बताई गई है।
तस्करी के लिए यूट्यूब से सीखा प्लान
पूछताछ के दौरान रान्या ने बताया कि उन्हें दुबई एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 के गेट ए पर एक इंटरनेट कॉल के जरिए निर्देश मिला था कि वहां से उन्हें सोना कलेक्ट करना है। रान्या ने यह भी बताया कि यह उनका पहला तस्करी का प्रयास था और उन्होंने यूट्यूब वीडियो देखकर सोना छुपाने के तरीके सीखे थे। अभिनेत्री ने बताया कि एयरपोर्ट लाउंज में एक शख्स, जो 6 फुट लंबा, गेहुआं रंग का और अमेरिकी लहजे में बात करने वाला व्यक्ति था, उसने अभिनेत्री कोने में ले जाकर सोने के पैकेट दिए थे।
वीआईपी रास्ता दिलाने में पुलिसवाले का हाथ
रान्या को वीआईपी रास्ते से बाहर निकलवाने में बसप्पा बिल्लूर उर्फ बसवराज की भूमिका सामने आई है। बसवराज केंपेगौड़ा एयरपोर्ट में हेड कॉन्स्टेबल के तौर पर तैनात था। अपने बयान में बसवराज ने कबूल किया कि उसने रान्या को हवाई अड्डे के सामान्य सुरक्षा जांच से बचाकर ग्रीन चैनल से बाहर निकाला था। बसवराज ने दावा किया कि उसे अक्सर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के परिवार के सदस्यों को वीआईपी प्रोटोकॉल के तहत लाने-ले जाने के निर्देश मिलते थे।
कर्नाटक की राजनीति में हलचल
रान्या राव की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक की राजनीति में बवाल मचा हुआ है। भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। सीबीआई और ईडी इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं, और यह देखा जा रहा है कि इस तस्करी के पीछे कौन-कौन से बड़े नाम शामिल हो सकते हैं।