फरीदाबाद में बुलडोजर ऐक्शन, धार्मिक स्थल सहित 150 अवैध कब्जे ढहाए; SC के आदेश पर तोड़फोड़
फरीदाबाद निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने मंगलवार को अरावली की जमाई कॉलोनी में एक धार्मिक स्थल समेत 150 अवैध कब्जे ढहा दिए। पुलिस बल के कारण कब्जेधारी विरोध नहीं कर सके। गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड के पास जमाई कॉलोनी में नगर निगम का दस्ता 10 बजे के बाद पहुंच गया था।

फरीदाबाद निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने मंगलवार को अरावली की जमाई कॉलोनी में एक धार्मिक स्थल समेत 150 अवैध कब्जे ढहा दिए। पुलिस बल के कारण कब्जेधारी विरोध नहीं कर सके। गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड के पास जमाई कॉलोनी में नगर निगम का दस्ता 10 बजे के बाद यहां पहुंच गया था। यहां नगर निगम के अधिकारियों के साथ-साथ यहां पर करीब 250 पुलिसकर्मी मौजूद थे।
निगम प्रशासन यहां तोड़फोड़ करने से पहले इंटरनेट बंद करना चाहता था। ताकि, कोई अफरा-तफरी का माहौल पैदा न हो। लेकिन, दो घंटे तक इंटरनेट ही बंद नहीं हो सका। इस वजह से निगम दस्ते ने बिना इंटरनेट बंद किए ही तोड़फोड़ शुरू कर दी। नगर निगम के दस्ते द्वारा यहां अर्थमूवर मशीन के जरिए तोड़फोड़ करने से कब्जेधारियों में अफरातफरी मच गई।
मशीनों के चलते ही कब्जेधारी अपना सामान निकालने में जुट गए। लेकिन, नगर निगम का तोड़फोड़ दस्ता अपनी कार्रवाई में जुटा रहा। इस कॉलोनी में एक धार्मिक स्थल भी बना हुआ था। इस धार्मिक स्थल को तोड़ने के कारण हंगामा होने की आशंका थी। लेकिन, भारी पुलिस बल के कारण लोग विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा सके।
लोगों का कहना कि यह धार्मिक स्थल वर्षों पुराना था। फिर भी नगर निगम ने इस धार्मिक स्थल को तोड़ दिया। उन्होंने इस कार्रवाई पर प्रशासन की निंदा की। करीब पांच घंटे की कार्रवाई के दौरान नगर निगम ने यहां से करीब 150 अवैध कब्जों को हटा दिया। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की गई है। पूर्व में भी यहां पर तोड़फोड़ की जा चुकी थी। इसके बाद यहां लोगों ने फिर से कब्जे कर लिए थे। जब तक लोग यहां से नहीं हटेंगे, तब तक नगर निगम की कार्रवाई होती रहेगी।
शराब का ठेका और ढाबा नहीं तोड़ने का आरोप
अरावली में अवैध रूप से कब्जा करने वाले लोगों का कहना था कि नगर निगम की यह कार्रवाई भेदभाव पूर्ण है। नगर निगम ने इस कॉलोनी के पास पेट्रोल पंप भी है और यहां पर ढाबा भी है। नगर निगम प्रशासन को यहां पर कार्रवाई करनी चाहिए थी। इसके अलावा अरावली में और भी धार्मिक स्थल हैं। लेकिन, नगर निगम ने बाकी जगह कार्रवाई नहीं की। अरावली में और भी जगह कब्जे हैं। लेकिन, नगर निगम प्रशासन वहां पर कब्जे नहीं हटा रहा है। इससे पहले भी यहां तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई थी।
खोरी गांव में फिर से बस गए लोग
नगर निगम प्रशासन ने खोरी में वन विभाग की जमीन से कब्जे हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यहां भी तीन-चार वर्ष पूर्व तोड़फोड़ की गई थी। इसके बाद यहां पर कुछ लोगों ने फिर से कब्जे कर लिए। यहां अवैध कब्जे होने पर नगर निगम प्रशासन ने तोड़फोड़ करने का निर्णय लिया है। जमाई कॉलोनी की तर्ज पर यहां भी तोड़फोड़ शुरू कर दी जाएगी। नगर निगम के एसडीओ सुरेंद्र हुडडा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। यहां पर एक स्थाई कब्जे के साथ-साथ 150 अस्थाई कब्जों को हटा दिया गया। जिन जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं वह वन विभाग की भूमि है। जहां भी नगर निगम की जमीन पर कब्जे हैं, वहां से हटवाया जाएगा। खोरी गांव में भी कुछ अस्थाई कब्जे हो गए हैं, इन्हें भी जल्द हटवाया जाएगा।