मिंटो ब्रिज के पास जलभराव से नाराज रेखा सरकार, अधिकारियों पर गाज गिरनी तय
PWD मंत्री परवेश वर्मा ने पिछले महीने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि अगर मानसून के दौरान किसी भी चिन्हित स्थान पर जलभराव होता है, तो जिम्मेदार इंजीनियर के खिलाफ निलंबन सहित सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली में आधी रात से तड़के 4 बजे तक हुई बारिश ने पूरी दिल्ली को जलमग्न कर दिया। बाढ़ से हर बार परेशान होने वाला मिंटो ब्रिज का एरिया इस बार भी नहीं बच पाया। दिल्ली कैंट के पास इतना पानी था कि वहां से गुजरने वाली एक कार उसमें डूब गई। इसके बाद रेखा सरकार अधिकारियों पर कड़ा ऐक्शन लेने की तैयारी कर रही है। सरकारी सूत्रों की मानें तो मिंटो ब्रिज अंडरपास पर हुए जलभराव के लिए जिम्मेदार लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, अंडरपास के लिए जिम्मेदार एक जूनियर इंजीनियर और पंप ऑपरेटर को निलंबित किया जाएगा और सहायक इंजीनियर को पर्यवेक्षी चूक के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
एक सरकारी सूत्र ने बताया कि उच्च अधिकारियों ने अंडरपास पर जलभराव के लिए जिम्मेदार इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है क्योंकि वे समय पर मौके पर नहीं पहुंचे थे। PWD मंत्री परवेश वर्मा ने पिछले महीने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि अगर मानसून के दौरान किसी भी चिन्हित स्थान पर जलभराव होता है, तो जिम्मेदार इंजीनियर के खिलाफ निलंबन सहित सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सरकार ने पहले मिंटो ब्रिज अंडरपास को सात महत्वपूर्ण जलभराव वाले हॉटस्पॉट में से एक के रूप में चिन्हित किया था,जहां विशेष ध्यान दिया जाना था और विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ द्वारा निगरानी की जा रही थी। सूत्रों ने बताया,"इंजीनियर-इन-चीफ को सभी PWD अधिकारियों को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए चेतावनी जारी करने का निर्देश दिया गया है।" PWD को रात भर हुई भारी बारिश के कारण जलभराव से संबंधित लगभग 40 कॉल प्राप्त हुए।
जलभराव सराय काले खां बस स्टैंड,तिमारपुर मुख्य बाजार,पीरागढ़ी चौक,नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास,धौला कुआं अंडरपास,पालम अंडरपास,आजादपुर अंडरपास, मिंटो रोड अंडरपास,जखीरा अंडरपास,ग्रेटर कैलाश-2 और ITO में देखा गया। पीडब्ल्यूडी (PWD) के अनुसार,ट्रैफिक पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के आधार पर 2025 में राजधानी में कुल 445 जलभराव वाले स्थानों की पहचान की गई है। इनमें से 335 स्थान पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी में आते हैं। वर्मा ने सभी 335 स्थानों के लिए सहायक इंजीनियरों और जूनियर इंजीनियरों को स्थानीय प्रभारी नियुक्त किया है।