बेवफाई का शक,गर्लफ्रेंड की लाश पैक कर नहर में फेंका,दिल्ली से सनसनीखेज मामला
पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी में रहने वाली 23 वर्षीय नीलेश 28 मई को दोपहर करीब 12.30 बजे घर से यह कहकर निकली थी कि वह बैंक जा रही है। इसके बाद वह लापता हो गई। उनके पिता,अहिवरन सिंह ने उसी शाम 6 बजे मयूर विहार पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

पूर्वी दिल्ली से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने साथ रह रही महिला की हत्या कर दी। यही नहीं,आरोपी महिला के शव को सूटकेस में पैक किया,दिल्ली और उत्तर प्रदेश में गाड़ी चलाकर घूमा और फिर पड़ोसी राज्य के हापुड़ जिले में शव को फेंक दिया। लिस की जांच से पता चला है कि हत्या का मकसद पैसों को लेकर विवाद और बेवफाई का शक था।
पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी में रहने वाली 23 वर्षीय नीलेश 28 मई को दोपहर करीब 12.30 बजे घर से यह कहकर निकली थी कि वह बैंक जा रही है। इसके बाद वह लापता हो गई। उनके पिता,अहिवरन सिंह ने उसी शाम 6 बजे मयूर विहार पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उनका फोन आखिरी बार दोपहर 2 बजे सक्रिय था,जिसके बाद वह बंद हो गया।
इसके बाद 30 मई को हापुड़ के पिलखुवा इलाके में एक सूटकेस में एक सड़ा-गला शव मिला। भारतीय न्याय संहिता के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया,जिसमें सबूत मिटाने का अतिरिक्त आरोप भी जोड़ा गया। यूपी पुलिस द्वारा शव के बारे में सूचित किए जाने के बाद,दिल्ली पुलिस के कर्मी सिंह और उनके बेटे के साथ पिलखुवा गए, जहां उन्होंने शव की पहचान की। जांच टीम ने चित्रकूट के रहने वाले और वर्तमान में पूर्वी दिल्ली के पश्चिम विनोद नगर में रह रहे 29 वर्षीय सत्येंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया। उसे 5 जून को हापुड़ में सिखेड़ा नहर पुल के पास गिरफ्तार किया गया,जहां सूटकेस फेंका गया था। सत्येंद्र यादव गुरुग्राम की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करता था। पुलिस ने उसके पास से नीलेश की बैंक पासबुक,चेक,केवाईसी दस्तावेज़,उसका आधार और पैन कार्ड और अपराध में इस्तेमाल की गई काली टीयूवी कार सहित कई सामान बरामद किए हैं।
पूछताछ करने पर यादव ने महिला की हत्या करने की बात कबूल कर ली। उसने दावा किया कि दिल्ली में किडनी के इलाज के दौरान नीलेश के अस्पताल में भर्ती होने के बाद से वे दोनों रिश्ते में थे। उसने बताया कि वह उसके परिवार से मिला था और खुद को एक दोस्त के रूप में पेश किया था। पिछले साल अक्टूबर में,वह एक रेस्तरां निर्माण परियोजना के लिए पटियाला चला गया और पांच महीने तक वहीं रहा।बाद में उसे नीलेश पर शक होने लगा कि वह किसी और के साथ रोमांटिक रिश्ते में है। उसने पुलिस को बताया,"जब भी मैं उसे फोन करता था,फोन लाइन व्यस्त आती थी।" उसने आगे कहा,"मैंने उससे प्यार किया और उसकी बीमारी के दौरान उसका साथ दिया,लेकिन वह मेरा फायदा उठाती रही। मैंने उसका फोन भी चेक करने की कोशिश की,लेकिन या तो वह लॉक था या उसने मुझे उसमें देखने नहीं दिया।"
28 मई को नीलेश सत्येंद्र के घर उससे मिलने गई थी। सतेंद्र यादव ने नीलेश से 5.3 लाख रुपये उधार लिए थे,जिसमें से कुछ पैसे का इस्तेमाल उसने टीयूवी कार खरीदने में किया था। जब नीलेश ने 2 लाख रुपये वापस मांगे,तो दोनों के बीच बहस बढ़ गई। गुस्से में आकर उसने एक दुपट्टे से नीलेश का गला घोंट दिया। उसने शव को एक नीले सूटकेस में रखा,रात होने का इंतजार किया,अपना फोन बंद किया और सिखेड़ा चला गया। जहां उसने नहर के पास सूटकेस फेंक दिया। रास्ते में उसने गाजीपुर के पास नीलेश का फोन तोड़ दिया। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या नीलेश ने यादव को जो पैसे दिए थे,वे उनकी शादी के लिए थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी बरामद किया है,जिसमें संदिग्ध को हाथ में सूटकेस लिए चलते हुए देखा जा सकता है।