वजीराबाद तालाब को साफ करने के लिए DJB ने उठाया बड़ा कदम, दिल्ली वालों को होगा क्या फायदा?
- दिल्ली सरकार का कहना है कि, 'वजीराबाद तालाब से गाद निकालने की प्रक्रिया दो महीने में पूरी हो जाएगी, जिसके बाद तालाब अपनी मौजूदा क्षमता से दोगुना पानी जमा कर सकेगा।'

दिल्ली में वजीराबाद तालाब की जल भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए DJB (दिल्ली जल बोर्ड) ने काम शुरू करते हुए उसकी सफाई की दिशा में कदम उठा लिए हैं। इस दौरान बोर्ड ने तालाब से गाद निकालने और उसकी सफाई करने के लिए इच्छुक कंपनियों से निविदाएं बुलवाई हैं। इसके लिए दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने जो निविदा जारी की है, उसमें 25 करोड़ रुपए की लागत से काम करने और तालाब से 3.63 लाख क्यूबिक मीटर गाद निकालने के लिए इच्छुक कंपनियों को आमंत्रित किया गया है। डीजेबी तालाब को साफ करवाते हुए उसकी संग्रहण क्षमता बढ़वाना चाहती है, ताकि उसमें ज्यादा से ज्यादा पानी आ सके और दिल्ली वालों को उपलब्ध करवाया जा सके। अनुमान के अनुसार तालाब से गाद निकालने के बाद तालाब में पानी की जल क्षमता लगभग 100 मिलियन गैलन प्रति दिन (MGD) बढ़ जाएगी।
डीजेबी के एक अधिकारी ने कहा, 'यह काम नदी के ऊपर के हिस्सों की ओर किया जाएगा, जो वजीराबाद से शुरू होकर रामघाट तक जाता है, जो कि लगभग 1 किमी लम्बा है। आमतौर पर मॉनसून के मौसम में गाद नीचे की ओर बह जाती है, लेकिन यह सालों से जमी हुई गाद है जो कि हमें विरासत में मिली है।'
दिल्ली सरकार का कहना है कि, 'गाद निकालने की प्रक्रिया दो महीने में पूरी हो जाएगी, जिसके बाद तालाब अपनी मौजूदा क्षमता से दोगुना पानी जमा कर सकेगा।' इससे पहले के निरीक्षण के दौरान जलमंत्री प्रवेश वर्मा ने प्लांट से WTP में उपचारित पानी पिया था और आश्वासन दिया था कि यह पानी पूरी तरह से सुरक्षित और पीने योग्य है।
बता दें कि वजीराबाद बैराज राष्ट्रीय राजधानी का पहला वह स्थान है, जहां पर यमुना नदी के पानी को रोका जाता है। यहां डीजेबी ने शहर के सबसे बड़े WTP (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) में से एक का निर्माण किया है, जिसकी औसत जल उत्पादन क्षमता 138 MGD है। पिछले कुछ वर्षों में, दिल्ली का जल उत्पादन 2020-21 में औसतन 927 MGD से बढ़कर 2024 में 990-1,000 MGD हो गया है। हालांकि, आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, शहर की आवश्यकता लगभग 1,290 MGD है, जिसे डीजेबी को अभी हासिल करना है।
इससे पहले इस महीने की शुरुआत में दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने वजीराबाद जल उपचार संयंत्र (WTP) का दौरा किया और घोषणा की थी कि सरकार उत्तरी दिल्ली जिले में वजीराबाद तालाब से गाद निकालने के लिए एक परियोजना पर काम कर रही है।
जल मंत्री ने कहा था, 'वजीराबाद WTP की भंडारण क्षमता 220 MGD है, लेकिन एक किलोमीटर के क्षेत्र में गाद जमा होने के कारण, वर्तमान में इसमें केवल 100 MGD ही पानी है।' वर्मा ने यह भी कहा था कि हालांकि दिल्ली को अपने पड़ोसी राज्यों से पर्याप्त पानी मिलता है, लेकिन भंडारण के बुनियादी ढांचे और रिसाव की रोकथाम के लिए सुधार की आवश्यकता है।