दिल्ली में कैशसेल सफर के लिए अब ऑनलाइन बनेंगे डीटीसी के बस पास
दिल्ली की डीटीसी बसों में कैश लेस सफर को बढ़ावा देने के लिए डीटीसी टिकट के साथ-साथ जल्द ही बस पास भी ऑनलाइन जारी करेगा। इस दिशा में डीटीसी की टेक्निकल टीम ने काम शुरू कर दिया है और जल्द ही यह सेवा शुरू की जा सकती है।

दिल्ली की डीटीसी बसों में कैश लेस सफर को बढ़ावा देने के लिए डीटीसी टिकट के साथ-साथ जल्द ही बस पास भी ऑनलाइन जारी करेगा। इस दिशा में डीटीसी की टेक्निकल टीम ने काम शुरू कर दिया है और जल्द ही यह सेवा शुरू की जा सकती है।
दरअसल, डीटीसी की बसों में सफर करने के लिए छात्रों, सामान्य श्रेणी, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, खिलाड़ियों, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं समेत अन्य कई श्रेणी के लोगों को रियायती पास जारी किए जाते हैं। इनको जारी करने के लिए डीटीसी के बस डिपो के अलावा भी कई अन्य स्थानों पर काउंटर बनाए गए हैं। इसके लिए बड़ी संख्या में कर्मचारियों को तैनात किया गया है। अब डीटीसी इन सेवाओं को ऑनलाइन कर रहा है, ताकि न तो यात्रियों को पास लेने के लिए दफ्तरों तक जाना पड़े और ना ही विभाग को इसके लिए अलग से कर्मचारी तैनात करने पड़ें।
‘तकनीकी स्तर पर काम बाकी है, जल्द ही इसे लागू करेंगे’
सामान्य श्रेणी के 100 फीसदी पास जारी करने के लिए डीटीसी ने एक मई से काम शुरू करने की योजना तैयार की थी। इसके लिए सोशल मीडिया पोर्टल ‘एक्स’ पर जानकारी भी शेयर कर दी थी, हालांकि बाद में इसे कुछ दिन के लिए टाल दिया गया। डीटीसी के अधिकारी ने बताया कि तकनीकी स्तर पर और काम बाकी है, जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा।
बता दें कि, दिल्ली सरकार की मुफ्त बस यात्रा योजना सिर्फ उन महिलाओं के लिए ही जारी रहेगी, जो राजधानी में रहती हैं। इस सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को ‘स्मार्ट कार्ड’ जारी किए जाएंगे, जो आजीवन वैध रहेंगे। यह कदम मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र में पूर्व की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर पिंक टिकट योजना के तहत भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद उठाया गया है।
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा था, “हम महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम महिलाओं के लिए डिजिटल यात्रा कार्ड शुरू करेंगे, जो उन्हें सरकारी बसों में कभी भी स्वतंत्र रूप से मुफ्त यात्रा करने की सुविधा देगा, जिससे टिकट से जुड़ा ‘गुलाबी भ्रष्टाचार’ खत्म हो जाएगा।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि दक्षता बढ़ाने के लिए टिकट प्रणाली को पूरी तरह से डिजिटल किया जाएगा। गुप्ता ने कहा था कि संपूर्ण प्रणाली का आधुनिकीकरण किया जाएगा और पारदर्शिता एवं दक्षता सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा त्रुटिपूर्ण योजनाओं में सुधार किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि हमारा लक्ष्य दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन को अधिक सुलभ, विश्वसनीय और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त बनाना है।
गौरतलब है कि, ‘आप’ की सरकार ने 2019 में भाई दूज के अवसर पर पिंक टिकट योजना पेश की थी, जिसके तहत महिलाओं को डीटीसी की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान की जाती है। महिलाओं को गुलाबी टिकट के रूप में सिंगल यात्रा पास मिलते हैं, जिसमें दिल्ली सरकार प्रति टिकट 10 रुपये की लागत वहन करती है और जारी किए गए कुल टिकट के आधार पर बस कंपनियों को भुगतान करती है।