दिल्ली के लोगों की सहूलियत के लिए सरकार जल्द ही एक सेवा शुरू करने वाली है। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सरकार 22 अप्रैल को दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरचेंज (देवी) के बैनर तले अपनी मोहल्ला इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने जा रही है।
डीटीसी में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे करीब 25 हजार कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स की सैलरी जल्द बढ़ सकती है। डीटीसी अधिकारियों ने एक आरटीआई के जवाब में बताया है कि कर्मचारियों का बेसिक, ग्रेड पे और डीए बढ़ाने का मामला विचाराधीन है।
Multibagger Stock: 2025 का साल शेयर बाजार के निवेशकों के लिए काफी मुश्किलों भर रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है। लेकिन 3 कंपनियां ऐसी भी हैं जिनकी लिस्टिंग इस साल हुई है। और उन्होंने शेयर बाजार में शानदार रिटर्न दिया है।
राजधानी की सड़कों पर इस सप्ताह 670 नई बसें उतारने की तैयारी शुरू हो गई है। स्वदेशी अनुपालन प्रमाण पत्र पेश करने की शर्त से फौरी राहत देते हुए सरकार ने डिपो में खड़ी इन बसों को सड़कों पर उतारने की मंजूरी दे दी है।
दिल्ली में चंद दिन बाद 1 अप्रैल से अपनी मियाद पूरी कर चुकी बसें सड़कों से हट जाएंगी। इसके साथ ही क्लस्टर बसों के सात डिपो का अनुबंध भी खत्म हो जाएगा। ऐसे में दिल्ली की सड़कों से तकरीबन दो हजार बसों का संचालन बंद हो जाएगा। इसकी वजह से 60 से ज्यादा रूटों पर बसों की कमी हो सकती है।
कैग रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में ‘आप’ सरकार के दौरान बेहतर योजना नहीं होने की वजह से नुकसान उठाना पड़ा। डीटीसी का सालाना घाटा 2015-16 में 3411 करोड़ से बढ़कर 2022 में 8498 करोड़ तक पहुंच गया। पुरानी बसें ज्यादा होने से ब्रेकडाउन के मामले भी बढ़े।
यात्री ने वीडियो को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया और मंत्रियों व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को टैग किया था। सरनाईक ने तुरंत एमएसआरटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
दिल्ली की सड़कों पर दौड़ रहीं करीब पांच हजार बसें इस साल मियाद पूरी होने की वजह से संचालन से बाहर हो जाएंगी। परिवहन मंत्री पंकज सिंह का कहना है कि हमने वेंडर्स के साथ भी बैठक की है और यह सुनिश्चित किया कि बसों की कमी नहीं होगी।
बसों में सफर करने वाले यात्रियों को अप्रैल महीने से दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की 1932 सीएनजी बसों की मियाद 31 मार्च को पूरी हो जाएगी और इन्हें सड़कों से हटा दिया जाएगा।
दिल्ली में अप्रैल से बसों की किल्लत हो सकती है। एक साथ 997 बसों का संचालन बंद होने से दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पटरी से उतर सकती है और यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।