नूंह को हराभरा बनाने के लिए खर्च किए जाएंगे 34 लाख रुपये
फरीदाबाद मंडल के नूंह जिले को हरा भरा बनाने के लिए वन विभाग ने 38,54,836 रुपये का टेंडर जारी किया है। इसमें 30 स्थानों पर पौधे लगाए जाएंगे, जिसमें अरावली वन क्षेत्र और सरकारी खाली जमीन शामिल हैं।...

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। फरीदाबाद मंडल के नूंह जिले को हरा भरा बनाने के लिए फॉरेस्ट डिवीजन नूंह ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत एक टेंडर जारी किया गया है। टेंडर के अनुसार नूंह को हरा भरा बनाने के लिए 3854836 रुपये खर्च किए जाएंगे। टेंडर पाने वाली कंपनी को पौधों के रख रखाव की भी जिम्मेदारी दी जाएगी। फॉरेस्ट डिवीजन नूंह ने 30 जगहें चिन्हित हैं, जहां पर पौधे लगाए जाएंगे। इसमें अरावली वन क्षेत्र के अलावा शिक्षण संस्थानों, सरकारी खाली जमीन और अन्य ऐसी जगह, जो लंबे समय से खाली हैं। इन सभी जगहों पर पौधे लगाए जाएंगे।
इसके लिए एक कंपनी को नियुक्त किया जाएगा। इन पौधों को वृक्ष बनने तक नियमित रूप से मॉनिटरिंग भी करेंगे। बता दें कि फॉरेस्ट डिवीजन नूंह के लक्ष्य लगाए जाने वाले पौधों में से 70 प्रतिशत को वृक्ष बनाना है। इस वैरायटी के पौधे लगाए जाएंगे अरावली वन ने क्षेत्र में नूंह की भौगोलिक परिस्थिति अनुकूल पौधे लगाए जाएंगे। ताकि वह कम पानी में विकसित हो सकें। इसके अलावा अन्य जगहों पर नीम, बरगद, पीपल के अलावा फलों जैसे आम, अमरूद, लीची सहित शुष्क जलवायु में पनपने वाले पौधों को लगाया जाएगा। बताया जा रहा है कि आम के पौधों में अलग वैरायटी भी होगी, जिनकी देश में बहुत अधिक मांग होती है। तारबंदी भी होगी वन विभाग द्वारा हर वर्ष अच्छी खासी संख्या में पौधे लगाए जाते हैं। वन विभाग के सामने उन्हें आवारा पशुओं से सुरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती होती है। नूंह में लगने वाले लोगों को तारबंदी करके सुरक्षित रखा जाएगा। टेंडर में तारबंदी का प्रावधान दिया है। फरीदाबाद व पलवल में लगेंगे तीन लाख पौधे मानसून को आने में अभी दो महीने का समय है। इससे पूर्व वन विभाग ने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है।इसके तहत फरीदाबाद में डेढ़ लाख और पलवल में भी लगभग इतने ही पौधे लगाए जाएंगे। इसके तहत वन विभाग की नर्सरियों में पौधे तैयार किया जा रहे हैं। यहां से पर्यावरण प्रेमी नर्सरियों से पौधे प्राप्त कर सकेंगे। एक जुलाई से पौधे वितरण शुरू होगा, जोकि सितंबर तक चलेगा। फरीदाबाद एवं पलवल क्षेत्र को हरा भरा बनाने के लिए 50 हजार से अधिक सीड्स बॉल भी तैयार किए जा रहे हैं, जोकि अरावली क्षेत्र में फेंके जाएंगे। इनमें ऐसे पौधों के बीज होते है, जो कम पानी में पनपते हैं। 17 मई को टेंडर खुलेगा। इसके बाद परियोजना पर काम होगा। सरकार पर्यावरण को लेकर गंभीर है। नूंह में अरावली वन क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा गुजरता है। वहां पर पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा शिक्षण संस्थान सहित अन्य खाली जगहों पर पौधे लगाए जाएंगे। उनकी सुरक्षा के भी इंतजाम किए जाएंगे। -राजकुमार, जिला वन अधिकारी
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