जिले के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों से गायब रहने वाले चिकित्सकों पर लगाम कसेगी
गाजियाबाद के स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक मरीजों को देखने से गायब पाए गए हैं। नोडल अधिकारियों के निरीक्षण में डॉक्टरों की अनुपस्थिति का खुलासा हुआ। जिलाधिकारी ने समय पर ड्यूटी पर नहीं आने वाले...

गाजियाबाद। जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक मरीजों को देखने से आंख चुरा रहे है। पिछले दो दिनों में नोडल अधिकारियों के औचक निरीक्षण में इसका खुलासा हुआ है। गायब डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिले के अस्पतालों और स्वास्त्य केंद्रों में चिकित्सकों के समय से नहीं पहुंचने की शिकायतें कोई नहीं हैं। हाल ही में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने डॉक्टरो के समय पर नहीं पहुंचने पर नाराजगी जताई और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी केंद्रों का समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जाए। ताकि देर से आने वाले डॉक्टरों को चिन्हित किया जा सके।
डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने निरीक्षण के लिए डिप्टी सीएमओ को नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी दी है। सीएमओ ने मुरादनगर सीएचसी का नोडल डिप्टी सीएमओ डॉ. नीरज अग्रवाल, लोनी सीएचसी और 50 बेड अस्पताल का नोडल डॉ. आरके गुप्ता, मोदीनगर सीएचसी का नोडल डॉ. राजेश तेवतिया, डासना सीएचसी का नोडल डॉ. रविंद्र कुमार, भोजपुर ब्लॉक पीएचसी का नोडल डॉ. अनुराग संजोग और बम्हैटा सीएचसी का नोडल डॉ. पंकज राकेश को बनाया है। सभी नोडल अधिकारियों ने अपनी सहुलियत के हिसाब से जिम्मेदारी का निर्वहन शुरू कर दिया है। सीएमओ ने सभी नोडल को सप्ताहिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। ताकि केंद्र से गायब रहने वाले डॉक्टरों पर शिकंजा कसा जा सके। परिसर में सफाई के निर्देश बम्हैटा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का गुरुवार को नोडल अधिकारी डॉ. पंकज राकेश ने निरीक्षण किया। आरोग्य मेला में ड्यूटी करने की वजह सो दो डॉक्टर छुट्टी पर रहे। जबकि केंद्र में नौ संविदा कर्मी और 10 स्थाई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद मिले। सीएचसी में एक जच्चा, बच्चा भर्ती मिले। महिला का प्रसव बुधवार रात किया गया था। केंद्र प्रभारी डॉ. अनवर अंसारी से पता चला कि परिसर में जल्द ही कैंटीन शुरू होने वाली है। साथ ही नई एक्स-रे मशीन आ गई है। तकनीकी कमी दूर करके इसका संचालन शुरू करने की तैयारी है। नोडल ने परिसर में साफ-सफाई के निर्देश दिए। एनसीडी विंग का समय बदला शहरी गैर संचारी विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बुधवार को पुराने महिला अस्पताल में चल रहे एनसीडी विंग का निरीक्षण किया। अवकाश पर होने की वजह से हदय रोग विशेषज्ञ सुनील कात्याल का कमरा बंद मिला। मौके पर डॉ. पवन कुमारी और डॉ. साकेत नाथ तिवारी मरीजों को उपचार करते मिले। लेकिन साफ-सफाई की कमी पर उन्होंने नाराजगी जताई। साथ ही सभी डॉक्टर और स्टाफ को सुबह आठ बजे तक कार्यस्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए. साथ ही सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। एनसीडी विंग में अभी तक स्टाफ नौ बजे तक पहुंच रहा था। इमरजेंसी से डॉक्टर गायब मिले डासना सीएचसी पर बुधवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. रविन्द्र कुमार ने औचक निरीक्षण किया। इमरजेंसी वार्ड में उल्टी, दस्त व डिहाइड्रेशन के तीन गंभीर मरीज भर्ती थे। लेकिन ड्यूटी पर तैनात ईएमओ डॉ. अभिषेक पाल गायब मिले। मोबाइल पर बात करने पर उन्होंने 10 मिनट में पहुंचने को कहा, लेकिन एक घंटे बाद तक नहीं आए। डिप्टी सीएमओ ने ईएमओ से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने केंद्र की साफ-सफाई पर असंतोषजनक जाहिर किया। सीएचसी प्रभारी डॉ.प्राची पाल और अन्य स्टाफ मौजूद मिला। एप्रिन में नहीं मिला स्टाफ शासन से सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को वर्दी में रहने के निर्देश दिए गए हैं। पैरामेडिकल स्टाफ को सफेद कपड़ों में होना आवश्यक है और चिकित्सक और फार्मासिस्ट का एप्रिन पहनना जरूरी है। लेकिन औचक निरीक्षण में नोडल अधिकारियों को कोई कर्मचारी वर्दी और एप्रिन पहने हुए नहीं मिला। चाहे पैरामेडिकल स्टाफ हो या फिर डॉक्टर, हर कोई घरेलू पोशाक में नजर आया। सभी चिकित्सकों को निर्धारित समय पर कार्य स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान गायब मिलने वाले डॉक्टरों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी और उनकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। - डॉ. अखिलेश मोहन, सीएमओ, गाजियाबाद
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