Govt schools teachers in faridabad will not get rest in summer vacations will increase admissions by door to door visit गर्मी की छुट्टियों में फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों के टीचर्स को नहीं मिलेगा आराम, रोज करेंगे यह काम, Ncr Hindi News - Hindustan
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गर्मी की छुट्टियों में फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों के टीचर्स को नहीं मिलेगा आराम, रोज करेंगे यह काम

फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों के टीचर गर्मी की छुट्टियों के दौरान घर-घर जाकर माता-पिता को अपने बच्चों के दाखिले के लिए प्रोत्साहित करेंगे। सभी टीचर्स को हर दिन 10 माता-पिता से संपर्क करना होगा और उन्हें सरकारी स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा और सरकारी स्कूलों की उपलब्धियां बतानी होंगी।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, फरीदाबाद। हिन्दुस्तानWed, 28 May 2025 12:40 PM
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गर्मी की छुट्टियों में फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों के टीचर्स को नहीं मिलेगा आराम, रोज करेंगे यह काम

फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों के टीचर गर्मी की छुट्टियों के दौरान घर-घर जाकर माता-पिता को अपने बच्चों के दाखिले के लिए प्रोत्साहित करेंगे। सभी टीचर्स को हर दिन 10 माता-पिता से संपर्क करना होगा और उन्हें हरियाणा सरकार के स्कूलों में बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा और सरकारी स्कूलों की उपलब्धियां बतानी होंगी।

फरीदाबाद के सरकारी स्कूलों में 1 जून से गर्मी की छुट्टियां शुरू हो जाएंगी। शिक्षा निदेशालय ने गर्मी की छुट्टियों के दौरान भी टीचर्स से काम लेने की पूरा ऐक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत हर दिन टीचर्स को अपने स्कूल के आसपास स्थित कॉलोनियों एवं बस्तियों में जाकर उन बच्चों की चिन्हित करना होगा, जिनकी उम्र स्कूल जाने योग्य है। टीचर उन बच्चों के माता-पिता से संपर्क करेंगे और उन्हें स्कूल में दाखिले के लिए प्रोत्साहित करेंगे।

बता दें कि अब तक सरकारी स्कूलों में ढाई लाख से अधिक दाखिले हो चुके हैं। शिक्षा विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती बाल वाटिका और प्राथमिक कक्षा में होती है। अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला कराने नहीं आते हैं। शिक्षा निदेशालय के यह आदेश सभी जिलों के लिए आवश्यक है। इसकी बाकायदा मॉनिटरिंग भी होगी।

टीचर्स ने किस क्षेत्र में सर्वे किया, कितने पैरेंट्स से मिले और उनके मोबाइल नंबर आदि डिटेल एक सीट में दर्ज करनी होगी। इसके अलावा उसमें कितने बच्चों के दाखिले में सफल रहे, इसकी भी जानकारी देनी होगी।

दाखिले कम होने का यह भी है एक कारण

फरीदाबाद एक औद्योगिक नगरी है। यहां पर लोग काम के उद्देश्य से आते हैं। जिले की कॉलोनियों में किराये का मकान लेकर अपने परिवार के साथ रहते हैं। अधिकतर लोग ठेकेदार के अंडर में काम करते हैं। ठेकेदार का काम खत्म होने पर मजदूर अपने बच्चों के साथ नई साइट पर चले जाते हैं। इसके चलते वह अपने बच्चों का दाखिला नहीं कराते हैं। यह भी एक कारण है कि फरीदाबाद में दाखिलों की संख्या कम रहती है।

महेंद्र कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी, बल्लभगढ़, ''टीचर्स को शिक्षा निदेशालय के निर्देश से अवगत करा दिया गया है। यह सभी स्कूलों के टीचर्स के लिए आवश्यक है। इसकी रिपोर्ट भी तैयार होगी। सभी टीचर्स के 10-10 घर में संपर्क करना अनिवार्य है। इसके अलावा गर्मी की छुट्टियों के दौरान भी दाखिला प्रक्रिया जारी रहेगी। स्कूल में हमेशा एक से दो टीचर्स की ड्यूटी रहेगी।''