किसानों की मौज! हरनंदीपुरम योजना के लिए 4 गुना कीमत पर जमीन खरीदेगा GDA, ये होंगे रेट
गाजियाबाद में नई टाउनशिप हरनंदीपुरम योजना जल्द परवान चढ़ेगी। डीएम की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में पांच गांवों की जमीन खरीदने के लिए कीमत तय कर ली गई। इन गांवों की कुल 336.8444 हेक्टेयर जमीन वहां के सर्किल रेट से चार गुना अधिक कीमत पर खरीदी जाएगी।

गाजियाबाद में नई टाउनशिप हरनंदीपुरम योजना जल्द परवान चढ़ेगी। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में पांच गांवों की जमीन खरीदने के लिए कीमत तय कर ली गई। इन गांवों की कुल 336.8444 हेक्टेयर जमीन वहां के सर्किल रेट से चार गुना अधिक कीमत पर खरीदी जाएगी। नगला फिरोज मोहनपुर गांव की सबसे अधिक 192.6514 हेक्टेयर जमीन 7,200 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से लेंगे।
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण नए शहर प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत हरनंदीपुरम योजना के लिए पांच गांव की जमीन खरीदने पर चर्चा की गई। इसमें तय किया गया कि वर्तमान में जो सर्किल रेट है, उससे चार गुना ज्यादा दर पर जमीन खरीदी जाए। बैठक में बीते साल 18 सितंबर 2024 को जनपद के सर्किल रेट का जो पुनरीक्षण हुआ था, उसे देखा गया।
इसमें नगला फिरोज मोहनपुर का सर्किल रेट सबसे अधिक 1,800 रुपये प्रति वर्ग मीटर मिला। वहीं, चंपत नगर का सर्किल रेट सबसे कम 1,010 रुपये प्रति वर्ग मीटर है। मथुरापुर गांव का सर्किल रेट 1020 रुपये, भनेड़ा खुर्द गांव का 1,060 रुपये और शमशेरा गांव का 1,690 रुपये प्रति वर्ग मीटर है। भूमि खरीद की दर निर्धारित होने के बाद प्राधिकरण द्वारा कार्यवाही की जाएगी। प्राधिकरण आपसी सहमति से बैनामा करा भूमि लेगा। यदि समयसीमा में भूमि नहीं मिल पाती है, तो अधिग्रहण की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स, जीडीए सचिव राजेश सिंह, एडीएम ई रणविजय सिंह, एडीएम एफ/आर सौरभ भट्ट, जीडीए ओएसडी गुंजा सिंह, एसडीएम सदर अरुण दीक्षित, एसडीएम लोनी राजेन्द्र आदि मौजूद रहे।
दिल्ली-एनसीआर को लाभ होगा : इस योजना से गाजियाबाद समेत दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सुलभ और आधुनिक आवासीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्राधिकरण द्वारा विकसित किए जाने वाले भूखंडों में बेहतर बुनियादी ढांचे (सड़क, जल आपूर्ति, सीवरेज, पार्क, कम्युनिटी सेंटर आदि) की सुविधा मिलेगी।
जमीन खरीदने पर 1200 करोड़ खर्च होंगे
अधिकारी बताते हैं कि प्राधिकरण आगामी वित्तीय वर्ष में जमीन खरीदने पर 1200 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इसमें 400 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के तहत शासन ने प्राधिकरण को भेजे हैं, जबकि 800 करोड़ रुपये जीडीए खर्च करेगा। इस रकम से जमीन खरीदी जाएगी। इसके बाद 2026-27 वित्तीय वर्ष में फिर शासन स्तर पर फंड मिलेगा।
परियोजना को दो चरणों में पूरा करने की कवायद: नई टाउनशिप के पहले चरण में पांच गांव शामिल हैं। इनमें मथुरापुर, शमशेर, चम्पतनगर, भनेड़ाखुर्द, नंगला फिरोज मोहनपुर गांव हैं। दूसरे चरण तीन गांव शामिल होंगे, जिसमें इसमें भोवापुर गांव की करीब 53 हेक्टेयर, शाहपुर निज मोरटा की करीब 66 हेक्टेयर और मोरटा गांव की करीब पांच हेक्टेयर जमीन चिन्हित है।
किसानों से इस दर पर जमीन ली जाएगी
गांव | प्रस्तावित जमीन | सर्किल रेट | निर्धारित दर |
---|---|---|---|
मथुरापुर | 14.6010 | 1020 | 4080 |
शमशेर | 86.5427 | 1690 | 6760 |
चम्पत नगर | 33.9863 | 1010 | 4040 |
भनेड़ा खुर्द | 9.0630 | 1060 | 4240 |
नगला फिरोज मोहनपुर | 192.6514 | 1800 | 7200 |
(जमीन हेक्टेयर में, सर्किल रेट और निर्धारित दर रुपये प्रति वर्ग मीटर में)
दीपक मीणा, जिलाधिकारी, ''हरनंदीपुरम योजना की जमीन खरीदने के लिए दर निर्धारित की गई हैं। किसानों को सर्किल रेट से चार गुना ज्यादा कीमत दी जाएगी। अब किसानों से सहमति बनाकर जमीन क्रय करने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।''