नमो भारत कॉरिडोर के पास बनेंगे मॉल, अपार्टमेंट और अस्पताल, शॉपिंग के साथ मनोरंजन का मिलेगा डोज
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर स्टेशनों के आसपास के इलाकों को विकसित करने की योजना तैयार की है। इसके लिए जमीन चिह्नित कर ली है। एनसीआरटीसी ने परियोजना प्रबंधन इकाई को शामिल करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर स्टेशनों के आसपास के इलाकों को विकसित करने की योजना तैयार की है। इसके तहत स्टेशन के आसपास मॉल, रिटेल-डाइनिंग-एंटरटेनमेंट हब, ऑफिस के साथ पार्किंग, किराये के मकान, स्टूडियो अपार्टमेंट, अस्पताल और थीम पार्क विकसित किए जाएंगे। इसके लिए जमीन चिह्नित कर ली है। एनसीआरटीसी ने परियोजना प्रबंधन इकाई को शामिल करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं।
नमो भारत ट्रेन का संचालन दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ दक्षिण स्टेशन तक किया जा रहा। अगले कुछ महीने में ट्रेन 82 किलोमीटर लंबे पूरे कॉरिडोर पर दौड़ने लगेगी। इसके बाद ट्रेन में यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा। इसे ध्यान में रखते हुए एनसीआरटीसी ने यात्रियों को अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने और स्टेशनों के आसपास के इलाकों को विकसित करने की योजना तैयार की है। एनसीआरटीसी के अधिकारी का दावा है कि इन स्थानों को व्यावसायिक और आवासीय केंद्रों के रूप में विकसित किया जाना है। इससे आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
बड़े भूखंड भी विकसित किए जाएंगे
अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के तहत गाजियाबाद, दुहाई डिपो, भैंसाली (मेरठ) और मोदीपुरम डिपो में बड़े भूखंडों को भी विकसित किया जाएगा। गाजियाबाद का भूखंड लगभग 2.4 हेक्टेयर, दुहाई डिपो 31 हेक्टेयर, भैंसाली 9.7 हेक्टेयर और मोदीपुरम 31 हेक्टेयर में फैला है। इसके अलावा योजना के तहत सराय काले खां, न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, गुलधर, मुरादनगर, मोदीनगर दक्षिण और उत्तर, मेरठ दक्षिण, शताब्दीनगर और मोदीपुरम के आसपास छोटे भूखंड विकसित किए जाएंगे।
टीओडी मॉडल से व्यवस्थित शहरी विस्तार होगा
परियोजना के विकास के लिए ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) मॉडल अपनाया गया है। इसमें ट्रांजिट स्टेशनों के पास उच्च घनत्व वाली मिश्रित भूमि उपयोग वाली संरचनाएं विकसित होंगी। इससे यात्रा आसान होगी। इससे उभरते शहरी केंद्रों को गति मिलेगी। दिल्ली, मेरठ और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण इसे लागू कर रहे हैं।
एनसीआरटीसी के मॉडल को सराहा
एनसीआरटीसी की टीओडी नीति को विश्व बैंक सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने सराहा है। हांगकांग, सिंगापुर और टोक्यो जैसे शहरों में इस मॉडल के तहत आर्थिक विकास को नई दिशा मिली है। भारत की राष्ट्रीय मेट्रो रेल नीति (2017) भी इस तरह की योजनाओं को अपनाने पर जोर दे रही हैं।
अभी यहां चल रही ट्रेन
वर्तमान में नमो भारत 55 किलोमीटर के मार्ग पर चल रही। वर्ष 2025 तक पूरा 82 किलोमीटर का कॉरिडोर (मेरठ मेट्रो सहित) बनकर तैयार होगा। टीओडी मॉडल के साथ इस परियोजना से मेरठ और एनसीआर के अन्य शहरों में बदलाव देखने को मिलेगी।
एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने कहा, 'नमो भारत ट्रेन के स्टेशनों के पास के इलाकों को विकसित किया जाना है। मॉल, ऑफिस, पार्किंग, मकान, थीम पार्क विकसित होंगे।'