धीरपुर और रोहिणी में स्थापित होगा एयूडी का नया कैंपस
-कश्मीरी गेट में कैंपस में चलने वाले कोर्स धीरपुर में चलेंगे -लोधी रोड के कोर्स

-2400 करोड़ की लागत से बनेंगे दो अत्याधुनिक कैंपस -धीरपुर कैंपस में 51 एकड़ में बनेगा वेट लैंड नई दिल्ली। अभिनव उपाध्याय डा.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (एयूडी) आने वाले समय में जल्द ही दो नए परिसर में स्थानांतरित होगा। नया परिसर राजधानी के धीरपुर और रोहिणी में बनेगा। इसके लिए जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। इन दोनों कैंपस को बनाने की अनुमानित लागत 2400 करोड़ है। विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि धीरपुर में बनने वाला नया परिसर 100 एकड़ भूमि में फैला होगा, जिसमें 51 एकड़ क्षेत्र को वेटलैंड के रूप में संरक्षित रखा जाएगा, जबकि शेष 49 एकड़ में शैक्षणिक और प्रशासनिक सुविधाओं से युक्त नया कैंपस विकसित किया जाएगा।
ज्ञात हो कि यह राजधानी का पहला विश्वविद्यालय होगा जिसमें वेटलैंड विकसित किया जाएग। धीरपुर कैंपस के निर्माण के लिए जरूरी मंजूरी मिल चुकी है। जबकि रोहिणी कैंपस 20 एकड़ में बनेगा और इसके लिए जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। इस बाबत प्रस्ताव दिल्ली सरकार के पास है और जल्द ही यहां निर्माण कार्य शुरू करने की योजना है। ज्ञात हो कि दिल्ली सरकार द्वारा नरेला में बनने वाले एजुकेशन हब का यह विश्वविद्यालय हिस्सा नहीं है। इसका कोई कैंपस वहां नहीं बन रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, धीरपुर कैंपस में कश्मीरी गेट स्थित वर्तमान परिसर के सभी पाठ्यक्रमों और शैक्षणिक गतिविधियों को स्थानांतरित किया जाएगा। इस परियोजना को लगभग सभी आवश्यक प्रशासनिक और पर्यावरणीय मंज़ूरी मिल चुकी है, जिससे निर्माण कार्य की प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जा सकेगा। जब प्रस्ताव दिया गया था तो धीरपुर कैंपस की लागत 1300 करोड़ और रोहिणी कैंपस में निर्माण की लाग 1100 करोड़ के आसपास थी लेकिन अब यह राशि बढ़ सकती है। ये होंगी सुविधाएं नए परिसर में छात्रों और शिक्षकों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें छात्रावास, पुस्तकालय,खेल परिसर, सभागार,कॉन्फ्रेंस हॉल्स, स्मार्ट क्लासरूम, प्रशासनिक कार्यालय, प्लेसमेंट ऑफिस, छात्रों ने लिए जरूरी सुविधां, आवास एवं आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। विश्वविद्यालय का लक्ष्य है कि छात्रों को एक समग्र शैक्षणिक वातावरण प्रदान किया जाए, जिसमें शिक्षा के साथ-साथ शोध, सांस्कृतिक गतिविधियों और करियर विकास को भी बढ़ावा मिले। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि निर्माण कार्य चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा और अगले कुछ वर्षों में दोनों परिसरों को छात्रों के लिए पूरी तरह चालू कर दिया जाएगा। एयूडी का वर्तमान कैंपस पहले भी कई शैक्षणिक संस्थानों का अस्थाई ठिकाना रहा है विश्वविद्यालय के प्राध्यापक का कहना है कि कश्मीरी गेट स्थिति वर्तमान कैंपस लगभग 2 एकड़ का है। यहां पहले भी कई शिक्षण संस्थाएं अस्थाई रूप से खोली गई और बाद में उनके लिए भूमि आवंटित हुई। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्याल, डीटीयू, आईआईटी दिल्ली शुरूआती समय में यहीं से संचालित होते थे। वर्तमान में लोधी रोड, करमपुरा, कश्मीरी गेट परिसर है। इस विश्वविद्यालय में इस समय लगभग पांच हजार छात्र पढ़ाई कर रहे हैं जिसमें सबसे अधिक छात्र कश्मीरी गेट परिसर में पढ़ते हैं।
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