Terror Attack in Pahalgam A Major Blow to Jammu and Kashmir s Tourism Industry कश्मीर में पर्यटन की बहाल होती राह को फिर लगा झटका, Delhi Hindi News - Hindustan
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कश्मीर में पर्यटन की बहाल होती राह को फिर लगा झटका

पहल्गाम में हुआ आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर के पर्यटन उद्योग को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। हाल के वर्षों में पर्यटन में सुधार हो रहा था, लेकिन इस हमले के कारण पर्यटकों की संख्या में गिरावट आने की आशंका...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 26 April 2025 02:26 PM
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कश्मीर में पर्यटन की बहाल होती राह को फिर लगा झटका

नई दिल्ली, श्रीदेव कृष्णकुमार/अभिषेक झा। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर के इतिहास में सबसे भीषण आतंकी घटनाओं में से एक है। यह हमला पर्यटन के सीजन के दौरान हुआ है, जिससे जम्मू-कश्मीर में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आने की आशंका है। इसका सीधा असर जम्मू-कश्मीर के पर्यटन उद्योग पर पड़ेगा, जो हाल के वर्षों में सुधार की राह पर था।

1. धीरे-धीरे उभर रहा था पर्यटन

1990 के दशक में उग्रवाद के बाद कश्मीर का पर्यटन उद्योग प्रभावित हुआ था। 2000 के दशक में हिंसा में कमी आने के बाद स्थिति में सुधार हुआ। 2013 और 2014 में गिरावट आई, लेकिन फिर तेजी से सुधार हुआ और रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा। लद्दाख के जम्मू-कश्मीर से अलग होने के बाद भी पर्यटन सीजन अब तक के सबसे अच्छे वर्षों में से एक था।

ग्राफ मैटर::::

जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों के आगमन (हजारों में)

पीला: जम्मू-कश्मीर लद्दाख घरेलू आगमन

सफेद: जम्मू-कश्मीर घरेलू आगमन

नीला: जम्मू-कश्मीर लद्दाख विदेशी आगमन

लाल: जम्मू-कश्मीर विदेशी आगमन

2. पर्यटन क्षेत्र में अन्य राज्यों से पीछे

पर्यटन जम्मू-कश्मीर की संस्कृति और अर्थव्यवस्था में गहरे से जुड़ा है। हालांकि, इसके आर्थिक प्रभाव को लेकर संदेह हैं। 2023-24 के आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर का पर्यटन क्षेत्र में रैंक 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में क्रमशः 19वां, 22वां और 18वां था। यह उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गोवा, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, सिक्किम, पुडुचेरी और अंडमान-निकोबार जैसे पर्यटन स्थलों से काफी पीछे है।

ग्राफ मैटर::::

2023-24 में पर्यटन में प्रति व्यक्ति जीएसवीए

प्रति व्यक्ति जीएसवीए (रुपये में)

सफेद: होटल और रेस्तरां

लाल: परिवहन से संबंधित सेवाएँ

काला: परिवहन

(नोट : जीएसवीए (कुल राज्य मूल्य वर्धन) राज्य की अर्थव्यवस्था में विभिन्न क्षेत्रों द्वारा उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं से उत्पन्न मूल्य है, जो आर्थिक उत्पादन और विकास को दर्शाता है।)

तेलंगाना

कर्नाटक

गोवा

आंध्र प्रदेश

केरल

तमिलनाडु

हरियाणा

महाराष्ट्र

सिक्किम

हिमाचल

उत्तराखंड

पंजाब

मेघालय

जम्मू-कश्मीर

ओडिशा

उत्तर प्रदेश

पश्चिम बंगाल

राजस्थान

झारखंड

मणिपुर

(नोट: 2023-24 के लिए लद्दाख का डेटा उपलब्ध नहीं है।)

3. रोजगार में पर्यटन का योगदान कम

पर्यटन से रोजगार के मामले में भी जम्मू-कश्मीर अन्य राज्यों से पिछड़ रहा है। 2023-24 में किए गए पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में कुल श्रमिकों का केवल एक फीसदी पर्यटन से संबंधित उद्योगों में कार्यरत था। इसके मुकाबले, लद्दाख में यह आंकड़ा 3.8 फीसदी था। जम्मू-कश्मीर कुछ पूर्वोत्तर राज्यों, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और बिहार से ही आगे रहा। अगर केवल ट्रैवल एजेंसियों, टूर ऑपरेटरों और आवासीय सेवाओं में कार्यरत लोगों को गिना जाए, तो जम्मू-कश्मीर का प्रदर्शन सुधरता है, लेकिन गोवा, उत्तराखंड, सिक्किम, लद्दाख, पुडुचेरी और हिमाचल प्रदेश जैसे पर्यटन स्थलों से अभी भी पीछे है।

ग्राफ मैटर::::

2023-24 में पर्यटन में रोजगार शेयर के हिसाब से शीर्ष राज्य और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख

प्रतिशत में रोजगार शेयर

सफेद: टूर एजेंसी, टूर ऑपरेटर और अन्य आरक्षण सेवा गतिविधियां

नारंगी: एकोमोडेशन

गोवा 0.1 4.5

उत्तराखंड 0.1 3.1

सिक्किम 0.3 2.2

लद्दाख 0.2 1.2

केरल 0.4 0.3

हिमाचल 0.6

जम्मू-कश्मीर 0.1 0.5

महाराष्ट्र 0.1 0.1

तमिलनाडु 0.1 0.1

हरियाणा 0.1 0.1

मिजोरम 0.2

राजस्थान 0.2

कर्नाटक 0.1 0.1

गुजरात 0.1 0.1

मध्य प्रदेश 0.2

पंजाब 0.1 0.1

पश्चिम बंगाल 0.1

तेलंगाना 0.2

मेघालय 0.2

छत्तीसगढ़ 0.1

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