पंजाब में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत
नंबर गेम 50 लीटर मेथनॉल को पतला कर बेचा 06 लोग अस्पताल में भर्ती, सभी

चंडीगढ़/अमृतसर, एजेंसी। पंजाब के अमृतसर जिले में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हो गई। वहीं, अस्पताल में भर्ती छह लोगों की हालत गंभीर है। मामले में मजीठा उप-मंडल के डीएसपी और मजीठा थाने के एसएचओ को घोर लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात भंगाली, पातालपुरी, मरारी कलां और थेरेवाल गांवों में ये मौतें हुईं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जहरीली शराब बनाने के लिए आरोपियों ने भारी मात्रा में ऑनलाइन मेथनॉल खरीदा था। मरने वालों में ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर हैं। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि मजीठा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद पंजाब पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है।
गिरोह के सरगना समेत नौ लोगों सहित कई स्थानीय वितरकों को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि मजीठा उप-मंडल के डीएसपी और मजीठा थाने के एसएचओ को निलंबित करने के साथ ही विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। ये हैं आरोपी पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह के अलावा कुलबीर सिंह, साहिब सिंह, गुरजंत सिंह और निंदर कौर सहित अन्य शामिल हैं। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने पुलिस उप महानिरीक्षक (बॉर्डर रेंज) सतिंदर सिंह और जालंधर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मनिंदर सिंह के साथ प्रभावित गांवों का दौरा किया। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की। मेथेनॉल के लिए ऑनलाइन ऑर्डर दिया एसएसपी मनिंदर सिंह ने कहा कि मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह ने 50 लीटर मेथनॉल खरीदा था। बाद में इसे पतला करके दो लीटर के पैकेट में लोगों को बेचा। उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक पैकेट का पता लगा रहे हैं और उसे जब्त कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी से पूछताछ में पता चला कि साहिब सिंह नामक व्यक्ति ने ऑनलाइन मेथेनॉल का ऑर्डर दिया और फिर उसे वितरित किया। घर-घर जा रही मेडिकल टीम डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा कि जैसे ही हमें जहरीली शराब के बारे में जानकारी मिली, हमने तुरंत मेडिकल टीमें तैनात कर दीं। डॉक्टर घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं। भले ही शराब पीने वाले कई लोगों में कोई लक्षण नहीं हैं, लेकिन हम जोर दे रहे हैं कि वे मेडिकल जांच करवाएं। सीएम ने कहा-यह हत्या है पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मजीठा के गांवों में निर्दोष लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ‘एक्स पोस्ट में लिखा, ‘ये मौतें नहीं, बल्कि हत्याएं हैं। पंजाब में विपक्षी दलों ने आप सरकार पर निशाना साधा और मान सरकार पर शराब माफिया को नियंत्रित करने में विफल रहने का आरोप लगाया। कोट--- यह घटना आप सरकार की विफलता का सबूत है। मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। तरुण चुघ, राष्ट्रीय महासचिव, भाजपा यह एक मानव निर्मित त्रासदी और राज्य प्रायोजित आपदा है। अवैध शराब बनाने वाली फैक्टरियां फल-फूल रही हैं और निर्दोष लोगों की जान जा रही है। हमारे टास्क फोर्स कहां हैं? सुखबीर सिंह बादल, अध्यक्ष, शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) भगवंत मान सरकार को ऐसी घटनाओं को रोकने में सक्षम नहीं होने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। हम इसके लिए आबकारी मंत्री हरपाल सिंह चीमा को जिम्मेदार मानते हैं और उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रताप सिंह बाजवा, कांग्रेस नेता
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।