एक जैसे नाम का फायदा उठा दूसरा कैदी फरीदाबाद जेल से फरार, क्या है मामला
फरीदाबाद में एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां नीमका जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी जेल स्टाफ को झांसा देकर किसी और को मिली जमानत को अपना बताकर फरार हो गया। दोनों कैदियों का नाम एक जैसा ही था।

फरीदाबाद में एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां नीमका जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी जेल स्टाफ को झांसा देकर किसी और को मिली जमानत को अपना बताकर फरार हो गया। दोनों कैदियों का नाम एक जैसा ही था। आरोपी पॉक्सो एक्ट के तहत करीब चार साल से जेल में बंद था। सदर बल्लभगढ़ थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है और जांच में जुटी है।
पुलिस के अनुसार, फरार होने वाले विचाराधीन कैदी की पहचान मूलरूप से बिहार के पटना जिला अंतर्गत थाना पाली गंज गांव कल्याणपुर निवासी नीतिश कुमार पांडे के रूप में हुई है। वह राजीव कॉलोनी में परिवार के साथ रहता है। वह साल-2021 में सेक्टर-58 थाना में पॉक्सो और अन्य धाराओं में दर्ज एक मुकदमे के तहत विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में बंद था।
जेल अधीक्षक की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि 25 मई को ओल्ड फरीदाबाद के शास्त्री कॉलोनी निवासी नितेश कुमार पुत्र रविंद्र ओल्ड फरीदाबाद थाना को पुलिस ने मारपीट आदि के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 26 मई को अदालत से उसे जमानत मिल गई, लेकिन जेल में पॉक्सो एक्ट में बंद उसके नाम से मिलते-जुलते नाम वाले दूसरे आरोपी नीतिश कुमार पुत्र रविंद्र उसके (नितेश) की जमानत को अपना बताकर और जेल अधिकारियों को झांसा देकर जमानत पर रिहा होने में सफल रहा।
पुलिस दबिश दे रही
आरोपी 26 मई को जेल से फरार हो गया। बल्लभगढ़ सदर थाना पुलिस को तुरंत इस बारे में सूचित किया गया। बुधवार रात जेल अधीक्षक की ओर से शिकायत मिलने के बाद बल्लभगढ़ सदर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया। एसएचओ उमेश कुमार ने बताया कि आरोपी की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है।
मिलीभगत की आशंका
सूत्रों के अनुसार, विचाराधीन कैदी के झांसा देकर भागने के मामले में जेल प्रशासन भी अपने स्तर से जांच कर रहा है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इसमें जेल के प्रशासनिक अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत तो नहीं है। आशंका है कि मिलीभगत से कैदी झांसा देकर जेल से भागा होगा।