दिल्ली के INA सब रजिस्ट्रार ऑफिस से रिकॉर्ड गायब, गड़बड़ी का पता लगाएगी 3 सदस्यीय कमेटी
दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों की प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन करने वाले आईएनए स्थित सब रजिस्ट्रार ऑफिस से रिकॉर्ड गायब होने का मामला सामने आया है। अधिकारियों को पता चला है कि यहां बड़ी मात्रा में गड़बड़ियां की गई हैं और उसे छिपाने के लिए दस्तावेज फाड़ दिए गए हैं।

दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों की प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन करने वाले आईएनए स्थित सब रजिस्ट्रार ऑफिस से रिकॉर्ड गायब होने का मामला सामने आया है। अधिकारियों को पता चला है कि यहां बड़ी मात्रा में गड़बड़ियां की गई हैं और उसे छिपाने के लिए दस्तावेज फाड़ दिए गए हैं। इस गड़बड़ी का पता लगाने के लिए दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक कमेटी गठित की है। कमेटी 15 मई तक जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
कई संपत्तियां 50 से 100 करोड़ रुपये तक की : दिल्ली सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आईएनए स्थित सब रजिस्ट्रार कार्यालय में नई दिल्ली के हेली रोड, पृथ्वीराज रोड, बाबा खड़क सिंह मार्ग, बंगाली मार्केट, खान मार्केट, गोल्फ लिंक आदि पॉश इलाकों की प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन होता है। इनमें से कई संपत्तियों की कीमत 50 से 100 करोड़ रुपये तक होती है। इन संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन पर सरकार को भी टैक्स के रूप में मोटी रकम मिलती है।
आवेदनों की अत्यधिक संख्या लंबित पड़ी : हाल ही में वरिष्ठ अधिकारियों ने जब आईएनए स्थित सब रजिस्ट्रार-7 के कार्यालय में छानबीन की तो वहां भारी गड़बड़ी मिली। अधिकारियों ने पाया कि इस कार्यालय से बड़ी संख्या में रिकॉर्ड गायब हैं। कई रिकॉर्ड को मिटाने के लिए रजिस्टर के पेज फाड़े गए हैं ताकि जांच के दौरान यह दस्तावेज सामने न आएं। आवेदनों की अत्यधिक संख्या लंबित पड़ी हैं। दफ्तर का संचालन ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा। यहां बड़ी संख्या में पेशी रजिस्टर या तो खराब स्थिति में हैं या उनका पता ही नहीं लग पा रहा है। इसके कारण यहां से दस्तावेज के वितरण में भी देरी हो रही है।
एसडीएम की अध्यक्षता में होगी जांच
दिल्ली सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस पूरी गड़बड़ी की जांच के लिए तीन सदस्यीय एक कमेटी गठित की गई है। कमेटी के अध्यक्ष एसडीएम विजिलेंस हैं। वहीं, एनटी (मुख्यालय) नई दिल्ली एवं सीनियर अकाउंट ऑफिसर (नई दिल्ली) इस कमेटी के सदस्य हैं। जांच के दौरान वह इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ अफसरों की पहचान करेंगे।
अधिकारियों को भ्रष्टाचार का संदेह
सूत्रों ने बताया कि इन दस्तावेज को गायब करने में बड़े भ्रष्टाचार का संदेह है। रजिस्टर से पेज फाड़ने एवं दस्तावेज को गायब करने के पीछे पूर्व में यहां कार्यरत रहे अधिकारियों की भूमिका को लेकर जांच की जा रही है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि किन अधिकारियों के समय वाले दस्तावेज गायब हुए हैं।