Indian Muslims Pray for Army s Safety Condemn Terrorism and Pakistan मस्जिदों से तिरंगा लेकर निकले नमाजी, पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगे नारे, Amroha Hindi News - Hindustan
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मस्जिदों से तिरंगा लेकर निकले नमाजी, पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगे नारे

Amroha News - जुमे की नमाज के दौरान मुस्लिम समुदाय ने भारतीय सेना की सलामती की दुआ मांगी और आतंकवाद व पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने कहा कि पूरा देश सेना के साथ है। पहलगाम में आतंकी हमले का बदला लेने के लिए...

Newswrap हिन्दुस्तान, अमरोहाSat, 10 May 2025 06:00 AM
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मस्जिदों से तिरंगा लेकर निकले नमाजी, पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगे नारे

जुमे की नमाज के दौरान शुक्रवार को भारत और भारतीय सेना की सलामती की दुआ मांगी गई। मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़ने के बाद हाथों में तिरंगा लेकर मस्जिद से बाहर निकले। भारतीय सेना जिंदाबाद, जय जवान-जय भारत, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया। नमाजियों ने कहा कि आज पूरा देश भारतीय सेना के साथ खड़ा है। सेना ने जिस साहस के साथ पाकिस्तान पर कार्रवाई की है वह बहुत ही अद्भुत पराक्रम है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद निर्दोष लोगों की मौत का बदला भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से लिया।

भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान भी सीमा पर लगातार गोलीबारी कर रहा है। भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच आज पहला जुमा पड़ा। शहर की जामा मस्जिद समेत तमाम मस्जिदों में नमाज के बाद विशेष दुआ हुई। शहर के मोहल्ला दरबारे कलां स्थित इमली वाली मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़ने के बाद सामाजिक संगठन एप्पल क्लब के अध्यक्ष कमर नकवी के नेतृत्व में हाथों में तिरंगा लेकर मस्जिद से बाहर निकले। भारतीय सेना जिंदाबाद, जय जवान जय भारत, पाकिस्तान मुर्दाबाद, आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान आलम मंसूरी ने कहा कि आज सारा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और इस्लाम अमन और भाईचारे का पैगाम देता है। सैयद अशरफ ने कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। कश्मीर के पहलगाम में जो पाकिस्तान ने कायराना हरकत की थी भारत ने उसका करारा जवाब दिया है। आज हम सब अपने देश के साथ खड़े है। इस दौरान कमर नकवी, आरिफ जैदी, मुहम्मद शहजाद, अशरफ अली, नौशाद अली, सुल्तान खान, अनस जैदी, मोहम्मद अजीम, शानू खान आदि मौजूद रहे। मुस्लिम समुदाय ने जताया पाकिस्तान व आतंकवाद का विरोध मंडी धनौरा/बछरायूं। जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय ने पाकिस्तान व आतंकवाद का विरोध करते हुए भारतीय सेना की प्रशंसा की। शहर की जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई की प्रशंसा कर एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। सपा नेता डा.मोहम्मद इस्माइल ने कहा कि पाकिस्तान और आतंकियों ने इस्लाम धर्म पर जो कलंक लगाया है, अल्लाह उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। इस्लाम धर्म कभी भी किसी निर्दोष इंसान की हत्या की इजाजत नहीं देता। इस दौरान अकबर हुसैन, तौकीर अहमद, कलवा अहमद, ताज अहमद, नौशाद मंसूरी, फिरोज मंसूरी आदि मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर कस्बा बछरायूं में भी जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आतंकवाद व पाकिस्तान का विरोध जताया। इस दौरान आमिर हाशमी, अनस, सुजात, नसीम अहमद, नदीम अहमद, शहादत आदि मौजूद रहे। पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से गूंजा नौगावां सादात नौगावां सादात। बस्ती में भी पाकिस्तान के खिलाफ लोगों में गुस्सा दिखाई दिया। नमाज के बाद मस्जिदों से निकले लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए आतंकवाद को लेकर मुंह तोड़ जवाब देने की वकालत की। तिरंगा लहराते हुए भारतीय सेना के हर फैसले में साथ खड़े होने का अहसास दिलाया। बस्ती की शिया जामा मस्जिद में पेश इमाम मौलाना मसरूर अब्बास ने नमाजियों को खिताब किया। उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना एकदम कायराना थी। पाक में आतंकी ठिकानों को तबाह करकर भारतीय सेना ने इसका माकूल जवाब दिया है। मौलाना ने कहा कि वतन से मोहब्बत ईमाम का जुज है। हम लोग भारतीय सेना और राष्ट्र के साथ खड़े हुए हैं। जरूरत पड़ेगी तो कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इसके बाद नमाज अदा करके निकले लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। आतंकवाद के खिलाफ शुरू हुई इस जंग में भारतीय सेना का साथ देने बात कही। -वतन से वफादारी हर मुसलमान के ईमान का जुज है, सब कुछ एक तरफ वतन से वफादारी एक तरफ, अगर जरुरत पड़ी तो सरहद पर दुश्मनों के ख़िलाफ जंग लड़ने भी जाएंगे। मौलाना मसरूर अब्बास, पेश इमाम शिया जामा मस्जिद -हर वक्त समाजसेवा के लिए खड़े रहते हैं। आज वक्त आया है मुल्क की खिदमत का। अगर मुल्क के लिए जंग में जाना पड़ा तो खुद को खुशनसीब समझूंगा, अपने बेटों के साथ जंग में जाकर अपने वतन की हिफाजत करूंगा। वक्कार हैदर, अध्यक्ष अंजुमन-ए- यादगारे हुसैनी -मां ने बचपन से बताया है कि बेटे अगर कभी वतन पर आंच आए तो पीछे मत हटना, जान कुर्बान कर देना और वो ही इरादा है भी, जिस वक्त जरुरत होगी मुल्क की सरहद पर मौजूद मिलूंगा। तनवीर इमाम, समाजसेवी : आतंकवादियों का कोई मजहब नहीं होता है, ये लोग सिर्फ इंसानियत के दुश्मन हैं। भारतीय सेना इनके साथ एकदम ठीक कर रही है। हम राष्ट्र के हर फैसले का समर्थन करते हैं। फैसल अजीम, युवा

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