रिठाला टू रोहिणी सेक्टर 36 तक सिग्नल फ्री सफर जल्द, 15 मिनट की दूरी 5 मिनट में होगी पूरी
बाहरी दिल्ली स्थित भगवान महावीर मार्ग (रिठाला नाले से रोहिणी सेक्टर-36 स्थित हैलीपैड तक) पर जल्द ही सफर सिग्नल मुक्त होने जा रहा है। करीब 5 किलोमीटर लंबी इस दूरी में चार ट्रैफिक सिग्नल लगे हुए हैं, जिन्हें खत्म करने के लिए अध्ययन किया जा चुका है।

बाहरी दिल्ली स्थित भगवान महावीर मार्ग (रिठाला नाले से रोहिणी सेक्टर-36 स्थित हैलीपैड तक) पर जल्द ही सफर सिग्नल मुक्त होने जा रहा है। करीब 5 किलोमीटर लंबी इस दूरी में चार ट्रैफिक सिग्नल लगे हुए हैं, जिन्हें खत्म करने के लिए अध्ययन किया जा चुका है। बैक-टू-बैक यू टर्न योजना के तहत इन सिग्नलों को हटाने का प्रस्ताव ट्रैफिक पुलिस को भेजा गया है। पुलिस जल्द ही डीडीए से यहां ट्रायल करने के लिए बदलाव करने का अनुरोध करेगी।
दिल्ली में कई स्थानों पर बैक-टू-बैक यूटर्न का सफल प्रयोग किया गया है। हाल ही में विकास मार्ग और किंग्सवे कैंप सड़क पर यह व्यवस्था शुरू की गई है। इसके साथ ही बाहरी दिल्ली के भगवान महावीर मार्ग पर रिठाला नाले से रोहिणी सेक्टर-36 स्थित हैलीपैड तक इस योजना को लागू करने की तैयारी चल रही है।
इसके लिए गुरु हनुमान सोसाइटी ऑफ भारत के राष्ट्रीय महासचिव अतुल रंजीत एवं ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस रास्ते पर अध्ययन किया गया है। इसमें पाया गया कि लालबत्ती के चलते यात्रियों का समय खराब होता है। ट्रैफिक पुलिस जल्द इस सड़क पर ट्रायल करेगी।
लाल बत्ती खत्म होने से कई अन्य फायदे होंगे
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार इन स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल खत्म होने से न केवल वाहन चालकों का सफर आसान होगा बल्कि कई अन्य लाभ भी होंगे। यहां से बिना रुके सफर के चलते वाहन चालकों का समय, ईंधन एवं रुपये की बचत होगी। वहीं ट्रैफिक सिग्नल के हटने से सड़क हादसों की आशंका में भी कमी आएगी। जल्द ही यहां ट्रायल शुरू किया जाएगा। ट्रायल में अगर कोई परेशानी मिलती है तो उसका समाधान किया जाएगा और फिर व्यवस्था को स्थायी रूप से लागू किया जाएगा। अभी इस दूरी को तय करने में करीब 15 मिनट लगते हैं, लेकिन ट्रैफिक सिग्नल खत्म होने के बाद यह महज 5 मिनट में पूरी हो सकेगी।
पीएम संग्रहालय से युद्ध स्मारक तक ई-बस
वहीं, प्रधानमंत्री संग्रहालय से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक तक पर्यटक अब शाम को घूमने के लिए एसी इलेक्ट्रिक बस की सेवा ले सकेंगे। पर्यटन विभाग ने जुलाई के मध्य तक यह सेवा शुरू करने की योजना बनाई है। ये बसें अलग नजर आएं, इसके लिए इनका रंग भी अलग रखा जाएगा। दिल्ली आने वाले विदेशी और घरेलू पर्यटकों को इससे सहूलियत होगी। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीटीसी से नई नौ मीटर की इलेक्ट्रिक बसें किराए पर लेने की योजना है। यही नहीं, सुबह स्कूल पिकनिक के लिए बस का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए शिक्षा निदेशालय के साथ सहयोग करने की योजना है। उन्होंने कहा कि संग्रहालय शाम छह बजे बंद हो जाता है, इस वजह से वहां से यात्रा शुरू करेंगे। फिर अन्य स्थानों पर जाएंगे।
बस का किराया वयस्कों के लिए 500 रुपये और छह से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए 300 रुपये होगा। बस में एक पर्यटक गाइड होगा। वह आगंतुकों को ऐतिहासिक स्थलों का महत्व बताएगा।