लंदन में खालिदा के बेटे से मिलते ही बदले युनूस के सुर, अब फरवरी में करा सकते हैं बांग्लादेशी चुनाव
यूनुस और तारिक की लंदन बैठक ने बांग्लादेश की राजनीति में नई उम्मीद जगाई है। फरवरी 2026 में संभावित चुनाव देश को एक निर्वाचित सरकार की ओर ले जा सकते हैं।

बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने संकेत दिए हैं कि देश में अगले राष्ट्रीय चुनाव फरवरी 2026 की शुरुआत में आयोजित किए जा सकते हैं। यह बयान लंदन में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद आया है, जिसे कई लोग बांग्लादेश की राजनीति के लिए "गेम-चेंजर" मान रहे हैं।
लंदन बैठक और चुनाव की समयसीमा
यूनुस अगस्त 2024 में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद अंतरिम सरकार के प्रमुख बने थे। उन्होंने तारिक रहमान के साथ लंदन में चार दिवसीय आधिकारिक दौरे के दौरान मुलाकात की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने देश की राजनीतिक स्थिति, सुधारों और चुनाव की समयसीमा पर चर्चा की। एक संयुक्त बयान में कहा गया, "मुख्य सलाहकार ने घोषणा की कि सभी तैयारियां पूरी होने पर चुनाव अगले साल फरवरी के पहले हफ्ते में आयोजित किए जा सकते हैं।"
बीएनपी की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान ने सुझाव दिया कि चुनाव रमजान से पहले, यानी फरवरी 2026 के मध्य तक, आयोजित किए जाएं। खालिदा जिया ने भी इस समयसीमा का समर्थन किया, उनका मानना है कि यह समय मौसम और धार्मिक अवधि के लिहाज से उपयुक्त होगा।
चुनावी सुधार और मतदाता सूची
लंदन बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मतदान की आयु 18 वर्ष ही रहेगी और मतदाता सूची को नए सिरे से अपडेट नहीं किया जाएगा। ये फैसले देश को मध्य-फरवरी 2026 तक एक निर्वाचित सरकार की ओर तेजी से ले जाने के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, यूनुस और बीएनपी ने एक समावेशी प्रक्रिया के लिए सहमति जताई, जिसमें प्रशासनिक सुधारों को भी तेज किया जाएगा।
यूनुस ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार का मुख्य लक्ष्य "स्वच्छ, उत्सवपूर्ण, शांतिपूर्ण और व्यापक भागीदारी" वाला चुनाव सुनिश्चित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि जुलाई 2024 की छात्र-नेतृत्व वाली क्रांति के युवा नेताओं के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
तारिक रहमान की वापसी
बैठक का एक अन्य महत्वपूर्ण परिणाम तारिक रहमान की बांग्लादेश वापसी की संभावना है। 16 साल तक लंदन में निर्वासित जीवन जीने के बाद, उनकी वापसी बीएनपी के समर्थकों में नई ऊर्जा भर सकती है। यह कदम बांग्लादेश की राजनीति में नए समीकरण बना सकता है, खासकर जब बीएनपी वर्तमान में देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है।
पहले की घोषणा और विवाद
इससे पहले, 6 जून को, यूनुस ने घोषणा की थी कि राष्ट्रीय चुनाव अप्रैल 2026 में होंगे, जिसका बीएनपी और अन्य विपक्षी दलों ने विरोध किया था। बीएनपी ने दिसंबर 2025 तक चुनाव कराने की मांग की थी, जिसमें सेना का भी समर्थन था। यूनुस की "पहले सुधार, फिर चुनाव" की नीति को लेकर भी आलोचना हुई थी, क्योंकि कई लोगों का मानना था कि यह नीति देश में राजनीतिक अस्थिरता को बढ़ा सकती है।
हालांकि, लंदन बैठक के बाद यूनुस ने फरवरी 2026 की समयसीमा का संकेत देकर बीएनपी और अन्य दलों की मांगों को कुछ हद तक स्वीकार किया है। यह कदम उनकी सरकार के लिए सार्वजनिक समर्थन बनाए रखने और राजनीतिक तनाव को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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