इस टैरिफ वॉर से जिन कारोबारियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, उनमें फेसबुक और मेटा के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग शामिल हैं। उनकी दौलत में 17.9 अरब डॉलर की कमी आई है। कुल मिलाकर उनकी पूंजी 9 फीसदी कम हो गई है।
ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स के इतिहास में एक दिन के अंदर यह चौथी सबसे बड़ी गिरावट हुई है। इसके अलावा कोरोना काल के बाद यह सबसे बड़ी गिरावट है। टैरिफ वॉर की शुरुआत के बाद से सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिकी पूंजीपतियों को ही हुआ है।
ऐमजॉन के चीफ जेफ बेजोस को भी बड़ा नुकसान हुआ है। कंपनी के शेयरों में 9 फीसदी की कमी आई है। अप्रैल 2022 के बाद पहली बार इतनी बड़ी गिरावट हुई है। अब उनकी कुल पूंजी 15.9 अरब है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि डोनाल्ड ट्रंप के करीबी मित्र और टेस्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क की पूंजी में भी 11 अरब डॉलर की कमी आई है। टेस्ला के शेयर 5.5 फीसदी तक गिरे हैं।
इसके अलावा माइकल डेल की संपत्ति भी गिरी है। वहीं लैरी एलिसन, जेनसन हुआंग, लैरी पेज और सेरगे ब्रिन की भी संपत्ति में बड़ी गिरावट देखी गई है।
अमेरिका के बाहर अरबपतियों में से सिर्फ फ्रांस के बर्नार्ड अर्नाल्ट हैं, जिनकी संपत्ति में बड़ी गिरावट आई है। यूरोपियन यूनियन पर भी अमेरिका ने 20 फीसदी का टैरिफ लगाया है। जहां से बड़े पैमाने पर शराब और लग्जरी गुड्सा का अमेरिका में आयात होता है।
माना जा रहा है कि इस टैरिफ के चलते ही फ्रांसीसी कारोबारी पर असर पड़ा है। बर्नार्ड की कंपनी LVMH लग्जरी गुड्स का ही निर्यात करती है। वह यूरोप के सबसे अमीर शख्स हैं और उनकी संपत्ति में 6 अरब डॉलर की कमी आई है।
बता दें कि अमेरिका ने भारत पर 26 फीसदी का टैरिफ लगाया है। यह चीन, जापान जैसे देशों के मुकाबले कम है, लेकिन एक झटका जरूर है। चीन पर तो 34 फीसदी टैरिफ लगा है। वहीं जापान पर 24 फीसदी टैक्स लगाया है।