दुनिया भर में लोगों के पहनावे से लेकर खान-पान और यहां तक की मान्यताओं तक में काफी भिन्नता होती हैं। यही विविधता दुनिया को रंगीन और दिलचस्प बनाती है। प्रत्येक संस्कृति की अपने कुछ खास अंधविश्वास और मान्यताएं होती हैं, जो उसके इतिहास, भूगोल, और लोगों की पसंद से जुड़ी हुई होती हैं। ये कुछ ऐसी मान्यताएं या अंधविश्वास होते हैं, जिन पर न चाहते हुए भी व्यक्ति को कई बार विश्वास करना पड़ता है। ऐसा ही एक अंधविश्वास चीनी सभ्यता से भी जुड़ा हुआ है, जहां लाल स्याही से नाम लिखने की मनाही है। Pic Credit: Shutterstock
चीनी लोककथाओं के अनुसार, यान वांग उन लोगों के नाम लाल स्याही से लिखता है, जो नरक में जाने वाले होते हैं। यही वजह है कि यहां जीवित व्यक्तियों के नाम लाल स्याही में लिखना उनके लिए मृत्यु का आह्वान माना जाता है। Pic Credit: Shutterstock
प्राचीन चीन में, मृतकों या मृत्यु दंड प्राप्त लोगों के नाम लाल स्याही में लिखे जाते थे। जिसकी वजह से इससे लाल स्याही मृत्यु और अशुभता का प्रतीक बन गई। Pic Credit: boomplay
लाल स्याही से लिखा पत्र रिश्ता तोड़ने, अभिशाप देने, या किसी की मृत्यु की खबर देने के लिए होता है।
लाल स्याही का उपयोग आमतौर पर शिक्षक परीक्षा पत्र सुधारने या फिर कोई अधिकारी आधिकारिक दस्तावेजों के लिए करता है। जो किसी सुधार या चेतावनी का प्रतीक है। लेकिन जीवित व्यक्ति का नाम लाल स्याही से लिखना उसे कोई सजा देने जैसा लगता है। Pic Credit: Shutterstock
रेड पेन का उपयोग कुछ मामलों में स्वीकार्य है, जैसे अधिकारी द्वारा दस्तावेजों पर हस्ताक्षर, शिक्षकों द्वारा सुधार, या चीनी नाम की मुहर लाल रंग में होती है। Pic Credit: Shutterstock
चीनी संस्कृति में लाल स्याही से नाम लिखना मृत्यु और अशुभता से जुड़ा हुआ है। जिसका पालन आज भी कई लोग करते हैं। वहीं काले और नीले रंग की स्याही का उपयोग नाम लिखने के लिए सुरक्षित माना जाता है। Pic Credit: Shutterstock