आपने नोटिस किया होगा कि अलग-अलग लोगों के हाथों से बनी सेम सब्जी भी बड़ी अलग टेस्ट करती है। जबकि मसाले उनमें लगभग सेम ही इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन फिर भी ना जाने क्या दोनों के टेस्ट को इतना अलग बना देता है। दरअसल सारा खेल कुकिंग प्रॉसेस का है। बहुत छोटी बड़ी चीज, जैसे कौन सा मसाला कब डाला जाए है; ये सब बहुत मायने रखता है। एक और चीज सब्जी के टेस्ट को बढ़ाने या घटाने का काम करती है, वो है उसमें पानी डालना। जी हां, जब आप उन सब्जियों में भी पानी डाल देती हैं, जिनमें पानी की जरूरत थी भी नहीं, तो सब्जी का पूरा टेस्ट खराब हो जाता है। आइए जानते हैं किन सब्जियों में पकाते हुए पानी नहीं डालना चाहिए और क्यों।
भिंडी की सब्जी बनाते हुए पानी का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इसे हमेशा मीडियम आंच पर लगातार भूनते हुए बनाना चाहिए। दरअसल भिंडी स्लाइमी टेक्चर वाली सब्जी होती है और ये अपने मॉइश्चर से खुद ही पक जाती है। वहीं इसमें पानी डालने से इसकी चिपचिपाहट बढ़ जाती है और सारा स्वाद खराब हो जाता है।
बैंगन का भर्ता बना रही हों या बैंगन फ्राई, इसे हमेशा बिना पानी के बनाना चाहिए। बैंगन काफी सॉफ्ट होता है और तेल-मसालों के साथ बड़ी जल्दी पक जाता है। जब आप इसमें एक्स्ट्रा पानी डाल देती हैं, तो इसका टेक्सचर काफी सॉगी सा हो जाता है और टेस्ट भी अच्छा नहीं आता।
पत्तागोभी में नेचुरली काफी मॉइश्चर होता है और ये तभी टेस्टी भी लगती है जब ये क्रंची रहे। इसलिए इसे हमेशा हल्के ऑयल में बिना पानी डाले भूनकर पकाना चाहिए। इससे पत्तागोभी का फ्लेवर और स्वाद दोनों बढ़ जाते हैं। वहीं पानी डालने से ज्यादा गल जाती है और इसका स्वाद भी खत्म सा हो जाता है।
कद्दू की सूखी सब्जी बना रही हैं, तो पानी का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए। कद्दू में वैसे भी खूब पानी होता है, जब आप इसे तेल-मसालों में पकाती हैं, तो ये अपना पानी छोड़ने लगता है और खुद ही पक जाता है। वहीं एक्स्ट्रा पानी डालने से इसका पूरा स्वाद और टेक्चर बिगड़ जाता है।
शिमला मिर्च को भी हमेशा बिना पानी डाले, तेज आंच पर ड्राई रोस्ट करना चाहिए। ऐसा करने से उसका क्रंच, खुशबू और रंगत तीनों बरकार रहते हैं। वहीं एक्स्ट्रा पानी डालने से ये सॉफ्ट हो जाती है और इसका कड़वापन भी उभर कर आता है।
परवल की सब्जी भी तभी टेस्टी लगती है जब इसमें नेचुरल क्रंच और फ्लेवर हो। इसमें पानी डालने से इसका यही कुरकुरापन खत्म हो जाता है और ये काफी सॉगी हो जाती है। इसलिए परवल की सूखी सब्जी को तेल मसालों में रोस्ट कर लें और अपने नेचुरल मॉइश्चर में पकने दें। इससे सब्जी का टेस्ट नेक्स्ट लेवल हो जाएगा।
करेले को भी हमेशा बिना पानी के पकाना बेहतर होता है। पानी डालने से सब्जी और भी ज्यादा चिपचिपी, सॉफ्ट हो जाती है और करेले का कड़वापन भी उभर कर आता है। वैसे भी करेले को अगर धीमी आंच पर तेल मसालों में भूनकर पकाया जाए तो ये अपने ही मॉइश्चर में बन जाता है। ऐसे बनाने पर सब्जी काफी कुरकुरी, स्वादिष्ट और पचाने में आसान बनती है।