विराट कोहली ने चैंपियंस ट्रॉफी में इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में 98 गेंदों में 84 रनों की पारी खेली। वह इस पारी के दौरान चैंपियंस ट्रॉफी इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बन गए और ओवरऑल लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए। उन्होंने शिखर धवन को पछाड़ दिया। कोहली चैंपियंस ट्रॉफी में 17 मैचों में औसत 82.88 की औसत से 746 रन बना चुके हैं। उन्होंने एक शतक और 6 अर्धशतक लगाए हैं। अब क्रिस गेल के रिकॉर्ड की खैर नहीं। कोहली को चैंपियंस ट्रॉफी में 'रनों का राजा' यानी नंबर-1 वन बनने के लिए 46 रनों की जरूरत है। वह 9 मार्च को फाइनल में यह कमाल कर सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज क्रिस गेल के नाम दर्ज है। गेल ने टूर्नामेंट में 2002 से 2013 तक 17 मैचों में 791 रन जुटाए, जिसमें 52.73 का औसत रहा। उन्होंने तीन सेंचुरी और एक फिफ्टी मारी।
श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में 22 मैचों में 41.22 की औसत से 742 रन बटोरे। उन्होंने पांच अर्धशतकीय पारियां खेलीं।
भारत के पूर्व धाकड़ सलामी बल्लेबाज शिखर धवन चौथे पायदान पर खिसक गए हैं। धवन ने 2013 और 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में 10 मैच खेले और 701 रन जोड़े। उनका इस दौरान 77.88 का औसत रहा। धवन ने तीन शतक और तीन अर्धशतक ठोके।
श्रीलंका के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज कुमार संगाकारा ने 22 मैचों में 37.94 की औसत से 683 रन जुटाए। उन्होंने टूर्नामेंट में एक सेंचुरी और चार फिफ्टी जड़ीं।
लिस्ट में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली छठे नंबर पर हैं। उन्होंने 1998 से 2004 तक चैंपियंस ट्रॉफी में 13 मैचों में 665 रन बनाए। गांगुली का औसत 73.88 का रहा। उन्होंने तीन शतकीय और तीन अर्धशतकीय पारियां खेलीं।