मुख्य भूमि से रामेश्वरम द्वीप को जोड़ने वाले इस ब्रिज की लंबाई 2.07 किलो मीटर है। यह पुराने पंबन ब्रिज की जगह लेगा।
आधुनिक इंजीनियरिंग के बेहतरीन नमूने का प्रदर्शन करते हुए यह ब्रिज वर्टिकल रूप 17 मीटर तक उठ सकता है ताकि इसके नीचे से बड़ी नावें गुजर सकें। पुल की लंबाई करीब 72.5 मीटर है।
आधुनिक पंबन पुल को आधुनिक इंजीानियरिंग विधियों से से बनाया गया है। इससे समुद्री और रेल दोनों यातायात सुविधाजनक होंगे।
आधुनिक पंबन ब्रिज को लंबे समय तक मजबूत रहने के लिए बनाया गया है। इसके अंदर स्टेनलेस स्टील का उपयोग किया गया है। इसके साथ ही इसे एक विशेष प्रकार के पेंट से कोट किया गया है।
इस पुल के मामले में जानकार लोगों के मुताबिक आधुनिक तकनीक से बनाया गया यह पुल तकरीबन 100 साल से ज्यादा समय तक भारत की मुख्य भूमि और रामेश्वर को जोड़ता रहेगा ।
समुद्री जल में पुल को लंबे समय तक टिकाए रखने के लिए इसके ऊपर एंटी कोरेसिव कोटिंग का प्रयोग किया गया है।
यह आधुनिक पंबन पुल पुराने पुल से तीन मीटर अधिक ऊंचा है। इसकी वजह से समुद्री कनेक्टिविटी में भी सुविधा होगी।
केंद्र सरकार ने साल 2019 में इसके निर्माण कार्य के लिए मंजूरी दे दी थी। उसके बाद इंजीनियरों ने तमाम प्राकृतिक चुनौतियों का सामना करते हुए इसके निर्माण कार्य को पूरा किया।