Jaipur neet ug 2025 scam dummy gang was active makes fake faces with AI know how they were arrested NEET में बड़ा फर्जीवाड़ा:जयपुर में एक्टिव था 'डमी गैंग', AI से रचे नकली चेहरे,ऐसे खुली पोल, Rajasthan Hindi News - Hindustan
Hindi Newsराजस्थान न्यूज़Jaipur neet ug 2025 scam dummy gang was active makes fake faces with AI know how they were arrested

NEET में बड़ा फर्जीवाड़ा:जयपुर में एक्टिव था 'डमी गैंग', AI से रचे नकली चेहरे,ऐसे खुली पोल

राजस्थान की राजधानी जयपुर में NEET-UG 2025 परीक्षा के दौरान एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। करणी विहार थाना पुलिस ने डमी कैंडिडेट गैंग का भंडाफोड़ करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह का मास्टरमाइंड,दो मेडिकल छात्र और दो असली अभ्यर्थी शामिल हैं।

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, जयपुरMon, 5 May 2025 02:34 PM
share Share
Follow Us on
NEET में बड़ा फर्जीवाड़ा:जयपुर में एक्टिव था 'डमी गैंग', AI से रचे नकली चेहरे,ऐसे खुली पोल

राजस्थान की राजधानी जयपुर में NEET-UG 2025 परीक्षा के दौरान एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। करणी विहार थाना पुलिस ने डमी कैंडिडेट गैंग का भंडाफोड़ करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह का मास्टरमाइंड,दो मेडिकल छात्र और दो असली अभ्यर्थी शामिल हैं। पुलिस ने गैंग के पास से फर्जी दस्तावेज, मोबाइल, ब्लूटूथ डिवाइस,सिम कार्ड,नकद राशि और एक स्कॉर्पियो गाड़ी जब्त की है।

डीसीपी (वेस्ट) अमित कुमार के अनुसार,रविवार को NEET परीक्षा के दौरान करणी विहार के जगदम्बा नगर इलाके में एक फ्लैट में कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली। छापेमारी के दौरान अजीत कुमार बराला (26), सोहन लाल चौधरी (26) और जितेंद्र शर्मा (24) को मौके से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये आरोपी असली अभ्यर्थियों की जगह डमी कैंडिडेट को परीक्षा में बैठाने की योजना बना रहे थे।

गिरफ्तार आरोपियों में अजीत और सोहन राष्ट्रीय आयुर्वेदिक संस्थान (NIA) में पीजी छात्र हैं,जबकि जितेंद्र कर्नाटक के कॉपर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। इस गैंग ने हाईटेक तरीके से फर्जीवाड़ा करने के लिए एआई टूल्स की मदद ली थी। आरोपियों ने असली उम्मीदवारों की तस्वीरों से मेल खाती डमी कैंडिडेट्स की फोटो बनाई और फॉर्म भरते समय उनका इस्तेमाल किया।

पुलिस के अनुसार,डमी कैंडिडेट के रूप में जितेंद्र शर्मा को रोहित गोरा और संजय चौधरी की जगह परीक्षा में बैठाया जाना था। इन दोनों असली अभ्यर्थियों को भी बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने इस काम के बदले एडवांस में 50 हजार रुपये लिए थे और परीक्षा पास करवाने के बाद लाखों रुपये की डील तय की गई थी। पुलिस इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए अब गैंग के अन्य सदस्यों और उनके संपर्कों की जांच कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या यह गिरोह पहले भी इसी तरह की वारदातों में शामिल रहा है। पुलिस की जांच में और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

क्रेडिट-सचिन शर्मा