राजस्थान उपचुनावों में बीजेपी का 'पोलिटिकल पंच'! डोटासरा के गढ़ में हारी कांग्रेस, वसुंधरा के क्षेत्र में जीत
राजस्थान के पंचायत और शहरी निकायों के हालिया उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने अपने परचम से कांग्रेस के कई गढ़ों को ध्वस्त कर दिया है।
राजस्थान के पंचायत और शहरी निकायों के हालिया उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने अपने परचम से कांग्रेस के कई गढ़ों को ध्वस्त कर दिया है। प्रदेश में हुए जिला परिषद, पंचायत समिति और नगरपालिका उपचुनावों में बीजेपी ने न सिर्फ बहुमत हासिल किया, बल्कि कांग्रेस के बड़े नेताओं के क्षेत्रों में भी झटका दे डाला।
सबसे बड़ा झटका लगा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को, जिनके विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ की नगरपालिका के वार्ड नंबर 9 में बीजेपी उम्मीदवार सरिता शर्मा ने कांग्रेस की वंदना शर्मा को 365 वोटों से पटखनी दी। यह हार कांग्रेस के लिए उस समय और शर्मनाक बन गई जब यह साफ हुआ कि यह हार डोटासरा के अपने क्षेत्र में हुई।
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गढ़ झालावाड़ में बीजेपी ने ताकतवर जीत दर्ज की। झालावाड़ जिला परिषद के वार्ड नंबर 5 में बीजेपी के कैलाश चंद वर्मा ने कांग्रेस के मनोज कुमार को 1,174 वोटों से हराया। वहीं झालरापाटन नगर पालिका के वार्ड 13 में बीजेपी उम्मीदवार पुलकित अग्रवाल ने कांग्रेस की अनुभा तिवारी को 402 वोटों से हराया। इन नतीजों ने साफ कर दिया कि वसुंधरा राजे का किला अब भी अभेद्य बना हुआ है।
अलवर में भी बीजेपी ने कांग्रेस की सांसत बढ़ा दी। यहां कांग्रेस सांसद संजना जाटव के वार्ड से खुद उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। अलवर जिला परिषद के वार्ड 29 में बीजेपी की मुन्नी बाई ने कांग्रेस को 1,280 वोटों से परास्त किया। यह वही वार्ड है, जिसे संजना जाटव ने खाली किया था जब वे सांसद बनी थीं। जाहिर है, जनता ने सांसद से ज्यादा भरोसा बीजेपी पर जताया।
राजसमंद जिला परिषद के वार्ड 01 में बीजेपी उम्मीदवार दल्ला राम ने 2995 वोट लेकर जीत दर्ज की। भारत आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार कमलेश कुमार को 2598 और कांग्रेस के भारता को मात्र 1445 वोट ही मिले। कांग्रेस यहां तीसरे नंबर पर रही — यह नतीजा कांग्रेस के लिए ‘पॉलिटिकल झटका’ कम नहीं।
पंचायत समिति उपचुनावों में भी बीजेपी की हवा चली। प्रदेशभर में हुए 18 पंचायत समिति सीटों में से 12 पर बीजेपी ने बाजी मारी, जबकि कांग्रेस महज तीन पर सिमट गई। अराई में अमरी देवी, सूरतगढ़ में पूर्णाराम मेघवाल और आसपुर में शारदा देवी ने शानदार जीत दर्ज की। देचु पंचायत समिति वार्ड 2 में कांग्रेस ने एक सीट जरूर जीतकर थोड़ी राहत ली, लेकिन कुल मिलाकर बीजेपी की लहर ने कांग्रेस को किनारे कर दिया।
नगरपालिका उपचुनावों की बात करें तो कुल 12 वार्डों में हुए मुकाबलों में बीजेपी ने 10 पर जीत दर्ज की। यह आंकड़ा खुद बताता है कि जनता का झुकाव शहरी निकायों में किस तरफ है।
हालांकि, इस भगवा तूफान के बीच एक खास नतीजा आया अलवर की मालाखेड़ा पंचायत समिति के वार्ड 16 से, जहां निर्दलीय प्रत्याशी भोमराज ने बीजेपी के भारत सिंह जाट को 610 वोट से हराया। यह नतीजा बताता है कि कुछ जगहों पर स्थानीय समीकरण आज भी पार्टी लाइन से ऊपर हैं।
बालोतरा जिले की कल्याणपुर पंचायत समिति में भी बीजेपी ने सीट बरकरार रखी। यहां कृष्णा कंवर ने 14 वोटों से जीत दर्ज कर पार्टी का दबदबा बनाए रखा।
इन उपचुनावों ने राजस्थान की राजनीति का तापमान बढ़ा दिया है। कांग्रेस को झटके पर झटका लग रहा है, वहीं बीजेपी मैदान मारने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। ये नतीजे ना केवल 2028 विधानसभा चुनाव के ट्रेंड सेट कर सकते हैं, बल्कि कांग्रेस आलाकमान को भी आत्ममंथन के लिए मजबूर करेंगे। सवाल है — क्या डोटासरा और संजना जाटव जैसे चेहरे अपनी साख बचा पाएंगे या बीजेपी का विजय रथ और तेजी से आगे बढ़ेगा?
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