सरकार डरे,हम नहीं डरेंगे;ED की रेड पर खाचरियावास का पलटवार, बीजेपी पर जमकर बरसे
- अपने ऊपर हो रही ईडी की कार्रवाई को खाचरियावास ने सीधे तौर पर राजनीति से प्रेरित करार दिया है। पूर्व मंत्री ने तीखे शब्दों में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कार्रवाई विरोध की आवाज को दबाने का प्रयास है। डरने वाले नहीं हैं।

राजस्थान में आज सियासी पारा हाई है। वजह है गहलोत सरकार में मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर ईडी की रेड। केंद्रीय जांच एजेंसी सुबह से उनके जयपुर वाले घर पर छापेमारी कर रही है। बताया गया है कि ईडी पीएसीएल घोटाले से जुड़े मामले पर कार्रवाई करने आई है। इसपर अब खुद प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार को डरने की जरूरत है,हम नहीं डरेंगे।
अपने ऊपर हो रही ईडी की कार्रवाई को खाचरियावास ने सीधे तौर पर राजनीति से प्रेरित करार दिया है। पूर्व मंत्री ने तीखे शब्दों में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कार्रवाई विरोध की आवाज को दबाने का प्रयास है। उन्होंने कहा,"यह घर भैरों सिंह शेखावत के भाई लक्षण सिंह शेखावत का है। अगर ये लोग बीजेपी के सबसे बड़े नेता रहे भैरों सिंह शेखावत के परिवार पर भी कार्रवाई कर सकते हैं,तो मुझे किसी बात का डर नहीं है।" उन्होंने स्पष्ट किया कि वे कांग्रेस में थे,हैं और रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हम शेर की तरह लड़ेंगे। डरने वाले नहीं हैं। यह डबल इंजन की सरकार है—दिल्ली में भी इनकी सरकार है और राजस्थान में भी और अब राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
खाचरियावास ने दावा किया कि उन्हें या उनके परिवार को ईडी की ओर से अब तक कोई नोटिस नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि जो बातें फैलाई जा रही हैं वे पूरी तरह झूठी हैं। हम ईडी की कार्रवाई में पूरा सहयोग कर रहे हैं और आगे भी करेंगे। चिटफंड घोटाले में अपने ऊपर लगे आरोपों को भी उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "हमारा किसी भी चिट फंड कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। न मेरे पास कोई पैसा आया, न ही मेरे परिवार के किसी सदस्य का इससे संबंध है। हमें बेवजह परेशान किया जा रहा है।"
पूर्व मंत्री खाचरियावास ने कहा कि अगर सरकार का विरोध करना गुनाह है,तो वे यह 'गुनाह' करते रहेंगे। उन्होंने कहा,"बीजेपी के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम हम करेंगे।"इस पूरे घटनाक्रम के बाद राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट बढ़ गई है। कांग्रेस ने भी इस छापेमारी को बदले की राजनीति करार देते हुए केंद्र सरकार पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया है। पार्टी नेताओं ने कहा कि ईडी जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग करके विपक्ष की आवाज दबाना बीजेपी की रणनीति बन गई है।