राजस्थान के 30 जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट, फिर बढ़ेगी गर्मी!
राजस्थान में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने जा रहा है। आज 11 मई को प्रदेश के 30 जिलों में बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है।

राजस्थान में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने जा रहा है। आज 11 मई को प्रदेश के 30 जिलों में बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि कई इलाकों में तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ ही बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। हालांकि यह परिवर्तन अस्थायी होगा और इसके बाद गर्मी का प्रकोप और तेज़ हो सकता है।
कहां-कहां रहेगा असर?
मौसम विभाग के अनुसार जयपुर, अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, भीलवाड़ा, अजमेर, नागौर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, पाली, बीकानेर और कुछ पश्चिमी जिलों जैसे बाड़मेर, जालोर, जैसलमेर आदि में आंधी और बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने का अनुमान है, जिससे खुले में काम करने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
राहत के साथ खतरा
मई के पहले सप्ताह से लगातार तेज गर्मी से जूझ रहे प्रदेशवासियों के लिए यह बारिश थोड़ी राहत जरूर लाएगी, लेकिन इसके साथ-साथ आंधी और बिजली गिरने का खतरा भी रहेगा। कई जिलों में किसानों की खड़ी फसल को भी नुकसान पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने किसानों को सुझाव दिया है कि वे फसलों की कटाई और भंडारण में सावधानी बरतें।
फिर बढ़ेगा तापमान
बारिश और बादल छंटने के बाद एक बार फिर तापमान में तेज़ उछाल आने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का कहना है कि 12 मई से राजस्थान के कई हिस्सों में पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। विशेषकर पश्चिमी राजस्थान में हीटवेव जैसे हालात बन सकते हैं। दोपहर के समय घर से बाहर निकलने वालों को पर्याप्त पानी पीने और सिर को ढंककर बाहर जाने की सलाह दी गई है।
जनसामान्य के लिए अलर्ट
मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन ने लोगों को अलर्ट रहने की अपील की है। तेज़ हवाओं के कारण पुराने पेड़, बिजली के खंभे और कमजोर निर्माण गिर सकते हैं। यात्रा करने वालों को मौसम की ताज़ा जानकारी लेते रहने और आवश्यक होने पर यात्रा टालने की सलाह दी गई है।
राजस्थान में यह मौसम बदलाव फिलहाल कुछ घंटों की राहत लाएगा, लेकिन इसके बाद गर्मी की तपिश और तेज़ हो सकती है। ऐसे में सतर्क रहना ही समझदारी होगी।