महात्मा बुद्ध के पास एक राजकुमार दीक्षा के लिए आया। कुछ समय पश्चात राजकुमार दीक्षित हो गया। एक दिन बुद्ध ने उसे किसी श्राविका के घर भिक्षा के लिए भेजा। जब वह भिक्षु भिक्षा के लिए जा रहा था तो रास्ते में चलते-चलते उसे खयाल आया कि जो भोजन मुझे प्रिय है, वह तो अब मुझे मिलेगा नहीं।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि 1 जनवरी 2025 तक मादक पदार्थ से जुड़े 35,000 मामले सुनवाई के लिए लंबित थे। उन्होंने कहा कि निस्तारण की वर्तमान दर पर औसतन एक सत्र अदालत को मुकदमा पूरा करने में 7 साल लगते हैं।
तिब्बत का मुद्दा लंबे समय से चीन के लिए संघर्ष का कारण बना हुआ है। 1950 में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने तिब्बत पर आक्रमण किया और 1951 तक इसे अपने क्षेत्र के रूप में दावा कर लिया।
स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, मुख्यमंत्री के सभी स्वास्थ्य संकेतक स्थिर हैं। अस्पताल में भर्ती होने के समय ट्रॉपिकल बुखार का संदेह था और उनके रक्त के परीक्षण में लेप्टोस्पायरोसिस से पीड़ित होने की पुष्टि हुई।
तुम बिना धन और कीमती वस्तु के भी दूसरों की मदद कर सकते हो। तुम्हारे पास जुबान है, जिससे तुम मीठे शब्द बोलकर किसी के दुखी चेहरे पर मुसकान ला सकते हो। तुम अपने शब्दों की ताकत से किसी के भी टूटे हौसलों को फिर से मजबूत कर सकते हो।
Buddhaएक बार भगवान बुद्ध प्रवचन दे रहे थे। तभी वहां कुछ व्यक्ति एक नेत्रहीन व्यक्ति के साथ बुद्ध के पास आए। वह अंधा आदमी कोई साधारण इनसान नहीं था।