कानून और संसदीय कार्य मंत्री एच.के. पाटिल ने पत्रकारों को बताया कि मंत्रिमंडल ने सर्वेक्षण के तकनीकी विवरण और अतिरिक्त जानकारी की मांग की है।
बता दें कि जातिगत जनगणना रिपोर्ट 10 अप्रैल को कैबिनेट को सौंपी गई थी, लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर सार्वजनिक नहीं किया गया है।
BJD चीफ पटनायक को लिखी अपनी चिट्ठी में पूर्व मंत्री ने लिखा कि सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता पार्टी के मूलभूत आदर्श रहे हैं और आज के परिवेश में इसका अभूतपूर्व तरीके से परीक्षण किया जा रहा है।
जाति जनगणना का यह सर्वे 2015 में सिद्धारमैया के पहले कार्यकाल में शुरू हुआ था। ये एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट था, जिसमें 1.6 लाख से ज्यादा कर्मचारियों ने 162 करोड़ रुपये की लागत से 1 करोड़ से अधिक घरों का दौरा किया।
झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने परिवहन, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री दीपक बिरुआ से पूछा कि राज्य में जाति आधारित सर्वेक्षण कब कराए जाएंगे। जिसका मंत्री ने जवाब दिया औपर बताया कि कार्मिक विभाग को पहले ही नोडल एजेंसी बनाया जा चुका है।
बिहार के जातीय सर्वेक्षण पर लगातार सवाल उठाने वाले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने हमला बोला है। उन्होने कहा राहुल गांधी बिहार का अपमान कर रहे हैं। संविधान की फर्जी कॉपी लेकर घूमने से संविधान की रक्षा नहीं होती।
बिहार की जातीय जनगणना पर एक बार फिर से निशाना साधते हुए पटना पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हम देश में जातीय जनगणना कराएंगे। यह जनगणना बिहार की तरह नहीं बल्कि तेलंगाना की तरह होगी।
बिहार की जातीय गणना को फर्जी बताने वाले राहुल गांधी के बयान पर लोकसभा में पश्चिमी चंपारण से भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने तंज कसते हुए कहा कि जब बिहार में जातीय गणना हुई थी। तब सरकार में कांग्रेस के मंत्री थे, आरजेडी का नेता डिप्टी सीएम था। वो क्या कर रहे थे?
तेलंगाना में कराए गए सर्वे की रिपोर्ट में सबसे ज्यादा पिछड़े वर्ग की संख्या सामने आई है। सर्वे के मुताबिक राज्य में 46.25 फीसदी पिछड़ा वर्ग है। वहीं अगर मुस्लिमों के पिछड़े वर्ग को भी शामिल करें तो यह संख्या 56 फीसदी से ज्यादा हो जाती है।
बिहार में हुई जाति गणना को फेक बताए जाने पर राहुल गांधी एनडीए नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। अब कांग्रेस पार्टी ने उनके बयान पर सफाई दी है। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि जाति गणना की रिपोर्ट पर अमल नहीं हुआ, इसलिए राहुल ने इसे झूठा बताया है।