भारत लंबे समय से चीन के साथ व्यापार असंतुलन को कम करने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए भारत ने फार्मास्यूटिकल्स, आईटी, और कृषि उत्पादों जैसे क्षेत्रों में बाजार पहुंच बढ़ाने की मांग की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में चेतावनी दी है कि अगर चीन ने घोषणा किए गए जवाबी शुल्कों को वापस नहीं लिया तो अमेरिका चीनी उत्पादों पर अतिरिक्त 50 फीसदी तक टैरिफ लगा देगा। इसके बाद चीन भारत से मिन्नतें करता नजर आया।
सांसद और बीजेपी नेता तापिर गाव ने इसे 'जल बम' बताते हुए चेतावनी दी कि ये डैम भविष्य में भारत समेत अन्य निचले क्षेत्रों के देशों के लिए खतरा बन सकता है।
बंगाल के ये दोनों जिले पूर्वोत्तर भारत के राज्यों को शेष भारत से जोड़ते हैं। ऐसे में एकदम उनके पास ही चीन को एयरफील्ड बनाने की अनुमति देकर बांग्लादेश ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। इस इलाके से चिकन नेक पास में है और भारत की कनेक्टिविटी से लेकर सुरक्षा चिंता तक में इससे इजाफा हुआ है।
Trump tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐक्शन के बाद भारतीय एजेंसियां चीन से आने वाले व्यापार पर निगाहें गढ़ाए हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक चीन या आसियान देशों से आने वाले किसी भी आयात पर निगरानी तेज है।
भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 साल पूरे हो चुके हैं। इस उपलक्ष्य में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक-दूसरे को बधाई दी है। जिनपिंग ने कहा है कि भारत और चीन के बीच रिश्ता मजबूत करने की जरूरत है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि डब्ल्यूएमसीसी की बैठक ‘‘सकारात्मक और रचनात्मक माहौल’’ में हुई और दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति की व्यापक समीक्षा की।
‘स्क्वाड’ एक अनौपचारिक सैन्य गठबंधन है, जिसमें चार देश सैन्य सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने और संयुक्त अभ्यासों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच संबंधों पर सकारात्मक टिप्पणी की है, जिसकी चीन ने प्रशंसा की है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुक्रवार कहा कि यह समय है, जब दिल्ली और बीजिंग को साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एकाधिकार और पावर पॉलिटिक्स का मुकाबला हमें साथ मिलकर करना चाहिए। नेशनल पीपल्स कांग्रेस की मीटिंग के बाद वांग ने कहा कि ड्रैगन और एलिफेंट को साथ डांस करना चाहिए।