संयुक्त राष्ट्र ने गाजा को पृथ्वी का सबसे भूखा स्थान घोषित किया, जहां 21 लाख लोग अकाल के खतरे में हैं। इजरायल की नाकाबंदी और सैन्य कार्रवाइयों ने मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है।
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि इजरायली सेना पहले युद्धविराम के दौरान अपनी स्थिति पर वापस लौटेगी। इसके बदले में, हमास 10 जीवित बंधकों और कुछ शवों को रिहा करेगा।
इजरायली सेना ने हमास के गाजा प्रमुख मोहम्मद सिनवार को खान यूनिस में हवाई हमले में मार गिराया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसकी पुष्टि की, इसे हमास के लिए बड़ा झटका बताया।
इजरायल के सेबस्तिया में समरिया नेशनल पार्क की योजना को फिलिस्तीनी अपनी जमीन और सांस्कृतिक विरासत को हड़पने की रणनीति मानते हैं। यह परियोजना क्षेत्र में तनाव बढ़ा रही है और अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को जन्म दे रही है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने आयोजक को राहत देते हुए माडल टाउन में फिलिस्तीन के समर्थन में रविवार को होने वाली युद्ध-विरोधी चित्रकला प्रदर्शनी को बिना पुलिस हस्तक्षेप के आयोजित करने की अनुमति दी। कलाकार...
गाजा में भुखमरी से 29 लोगों की मौत हो चुकी है, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री ने चेतावनी दी कि सीमित सहायता के कारण हजारों अन्य खतरे में हैं। इजरायली नाकेबंदी ने संकट को और गहरा दिया है।
यह फायरिंग उन्हें निशाना बनाकर नहीं की गई, लेकिन उन्हें चेतावनी देने के तौर पर की गई कि यहां आपकी जरूरत नहीं है। गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार यह हमला बुधवार को उस वक्त हुआ है, जब कुल 25 डिप्लोमैट्स इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक इलाके के जेनिन पहुंचे थे।
वेस्ट बैंक के जेनिन में विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल पर इजरायली सेना ने चेतावनी स्वरूप गोलीबारी की, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी नाराजगी फैली। कई देशों ने इस घटना को कूटनीतिक नियमों का उल्लंघन बताया है।
अरब देशों ने पहले भी फिलिस्तीनियों को कहां और बसाने की ट्रंप की योजना का खुला विरोध किया था। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख ने गाजा में स्थायी जनसांख्यिकीय बदलाव के प्रयासों को जातीय सफाई करार दिया है।
नेतन्याहू के इस रुख ने गाजा में युद्ध को और लंबा खींचने की आशंका बढ़ा दी है। हमास ने कहा है कि वह केवल तभी समझौता करेगा, जब इसमें व्यापक युद्धविराम और गाजा से सेना की वापसी शामिल होगी।