हाथरस के बाद अलीगढ़ में मेडिकल छात्रा के साथ कॉलेज में गंदी हरकत, लेक्चरर ने बंद कमरे में की अश्लीलता
हाथरस के बाद अलीगढ़ के कॉलेज में मेडिकल की छात्रा के साथ लेक्चरर ने गंदी हरकत की है। कॉलेज में ही बंद कमरे में लेक्चरर ने छात्रा को पकड़ लिया। छात्रा के पिता को जानकारी हुई तो कॉलेज में हंगामा मचा। लेक्चरर को गोरखपुर से संम्बद्ध और प्रभारी प्राचार्य का तबादला कर दिया गया है।

यूपी में एक और कलयुगी गुरु का वहशी रूप सामने आया है। हाथरस के बागला कॉलेज के बाद अलीगढ़ में लेक्चरर की गंदी हरकतों ने लोगों को हैरान कर दिया है। छेरत स्थित राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के फिजियोलॉजी विभाग प्रवक्ता ने बीएचएमएस छात्रा को बंद कमरे में पकड़ लिया। जैसे-तैसे बची छात्रा घटना से डिप्रेशन में आ गई। परिजनों ने शिकायत की तो आनन-फानन में आरोपी प्रवक्ता को गोरखपुर होम्योपैथी कॉलेज से सम्बद्ध और प्रभारी प्राचार्य का मुरादाबाद तबादला कर दिया गया। घटना की गूंज शासन तक पहुंची तो यूपी होम्यपैथी चिकित्सा विभाग के निदेशक ने जांच के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, मैनपुरी की मेडिकल छात्रा 20 फरवरी 2025 को राजकीय होम्योपैथी मेडिकल कालेज के फिजियोलॉजी विभाग में गई थी। आरोप है कि प्रवक्ता डा. अमरीश कुमार ने विभाग में उसको गलत मंशा से स्पर्श किया और अभद्रता की। प्रोफेसर की हरकत से स्तब्ध छात्रा बमुश्किल विभाग से बचकर निकली। बाद में प्राचार्य को प्रोफेसर की गंदी हरकत को लेकर शिकायती प्रार्थना पत्र दिया। कहा कि वह घटना से गहरे मानसिक अवसाद में है।
छात्रा के अनुसार, यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पूर्व भी प्रवक्ता की नजर छात्राओं के प्रति ठीक नहीं रही है। घटना की जांच के बाद कालेज की जेंडर सेन्सेटाजेशन, लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) कमेटी ने अपनी रिपोर्ट निदेशक होम्योपैथी, उत्तर प्रदेश को भेज दी। शिकायत सही पाए जाने पर आनन-फानन में आरोपी प्रवक्ता को शहीद राजा हरिप्रसाद मल्ल राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, बड़हलगंज, गोरखपुर से सम्बद्ध कर दिया गया। साथ ही प्रभारी प्राचार्य डा. विष्णु शर्मा का मुरादाबाद तबादला कर दिया गया। निदेशक होम्योपैथी के निर्देश पर स्थानीय स्तर पर चार सदस्यीय कमेटी मामले की जांच कर रही है।
डीएम के आदेश के बाद भी 30 दिन से जांच जारी
निदेशक होम्योपैथी प्रो. अरविंद कुमार वर्मा द्वारा डीएम अलीगढ़ को मामले में जांच के निर्देश दिए गए। निदेशक द्वारा पत्र में लिखा गया कि होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत सभी छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए। डीएम के निर्देश पर जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई। यह कमेटी मामले की जांच कर रही है। हैरत की बात है कि 30 दिन बीतने के बाद भी जांच जारी है।
शासन तक पहुंचा प्रकरण
होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्रवक्ता की गंदी हरकत का मामला शासन तक पहुंच गया है। निदेशक होम्योपैथिक प्रो. अरविन्द कुमार ने पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट प्रमुख सचिव, आयुष विभाग, महानिदेशक, आयुष विभाग, लखनऊ को भेजी गई है।
भेड़ियों को दोबारा न मिले मौका
पीड़ित छात्रा के पिता ने बेटी की सुरक्षा की गुहार लगाई है। पिता द्वारा दिए गए शिकायती पत्र में कड़े शब्द का इस्तेमाल करते हुए लिखा गया है कि प्रवक्ता के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही होनी चाहिए। जिससे ऐसे भेड़ियों को दोबारा बेटियों पर हाथ डालने का मौका न मिले। बेटी की सुरक्षा की गारंटी विद्यालय और कॉलेज प्रशासन की होगी।
सम्बद्धता की आड़ में बचाने के प्रयास
दि अलीगढ़ बार एसोसिएशन के महासचिव दीपक बंसल ने बताया कि छात्रा के साथ इस तरह की घटना के मामले में छेड़खानी का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए था। सम्बद्ध करने की आड़ में प्रवक्ता को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज छेरत के प्राचार्य डा. राम आशीष यादव के अनुसार मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित की गई। इससे पूर्व स्थानीय स्तर के दो अधिकारियों द्वारा मामले की जांच की गई। आरोपी प्रवक्ता को गोरखपुर होम्योपैथिक मेडीकल कॉलेज से सम्बद्ध किया गया है। तत्कालीन प्रभारी प्राचार्य का तबादला मुरादाबाद किया गया है।