बोले आगरा: दुकानों के सामने ऑटो की भरमार ग्राहक परेशान व्यापारी लाचार
Agra News - पिनाहट बाजार इस समय सहालग के सीजन में कई समस्याओं का सामना कर रहा है। दुकानदारों ने ऑटो चालकों की दबंगई, सार्वजनिक शौचालयों की कमी और पेयजल समस्याओं की शिकायत की है। ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पा...

इन दिनों सहालग चल रहा है। अच्छे मुनाफे के लिए दुकानदारों ने लाखों रुपये लगाए हैं। लेकिन समस्याएं पिनाहट के बाजार के दुकानदारों के सामने हैं। इनसे पूरा बाजार प्रभावित हो रहा है। इन दिनों सबसे बड़ी समस्या दुकानों के आगे हमेशा खड़े होने वाले ऑटो की है। दबंगई से बाजार में ऑटो खड़े किए जा रहे हैं। इससे ग्राहकों को दुकान तक नहीं दिखती है। दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि ऑटो हटाने की कहने पर उनके चालक दबंगई से मारपीट पर उतर आते हैं। इधर सार्वजनिक शौचालयों का अभाव व पेयजल समस्या भी दुकानदार झेल रहे हैं।
पिनाहट का बाजार कई समस्याओं से घिरा है। सहालग सीजन में बाजार की समस्याओं का हल नहीं हो रहा है। इससे दुकानदार चिंतित हैं। सुरक्षा और सफाई की समस्याओं के बीच दुकानदारों ने डग्गेमार वाहनों की भी दिक्कत बतायी। उन्होंने बताया कि पिनाहट क़स्बा बाजार में डग्गेमार वाहनों का इस कदर आतंक है कि वे जब चाहे किसकी दुकान के सामने ऑटो खड़ा कर देते हैं। वहीं पर सवारियां भरना शुरू कर देते हैं। यह सब दुकानदारी के समय होता है। इसके चलते हालात इस कदर हो जाते हैं कि ग्राहक दुकान पर नहीं पहुंच पाते है। बिना सामान लिए वापस चले जाते है। आपके अखबार हिन्दुस्तान के बोले आगरा संवाद के तहत मंगलवार को स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि जब चालकों से ऑटो आगे हटाने की कहते हैं तो इसी बात को लेकर तकरार हो जाती है। सुबह से लेकर देर रात तक यही क्रम चलता रहता है। दुकानदारों ने बताया कि कई बार ऑटो चालकों के खिलाफ थाने में शिकायत भी की जा चुकी है। लेकिन पुलिस में कोई कार्रवाई नहीं की गई। दुकानदारों ने खुलकर आरोप लगाया कि ऑटो चालकों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। पुलिस के संरक्षण के चलते ही ऑटो चालक व अन्य डग्गेमार वाहन मनमानी करते हैं। कभी भी ऑटो को सडक किनारे नहीं खड़ा करते हैं। बताया गया कि नदगवां तिराहा, आंबेडकर चौराहा और बस स्टैंड के पास इन डग्गेमार वाहन चालकों का आतंक है। इन चालकों ने दुकान के आगे अस्थायी ऑटो स्टैंड बना रखा है। पुलिस खड़ी तमाशा देखती रहती है। इसके चलते दुकानदार काफी घाटा झेल रहे हैं। दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही है। दुकानदारों ने ऑटो व डग्गेमार वाहन चालको के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। तूरी से ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली की न हो एंट्री कस्बे के व्यापारियों का कहना है कि सुबह करीब पांच बजे से लेकर शाम चार बजे तक तूरी के ओवरलोड ट्रैक्टर व गिट्टी व बालू के डम्परों के लिए नो एंट्री होनी चाहिए। शाम चार बजे के बाद ही इन वाहनों के लिए एंट्री खुलनी चाहिए। क्योंकि जिस मार्ग से होकर तूरी के ट्रैक्टर व डम्पर गुजरते हैं वो भीड़भाड़ वाला इलाका है। बाजार में नहीं है कोई सार्वजनिक शौचालय क़स्बा बाजार की बात करें तो यहां कोई भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। शौचालय और मूत्रालय न होने के चलते सबसे अधिक समस्या महिला ग्राहकों को आती है। बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश व राजस्थान के यात्री कस्बा बाजार से होकर आवागमन करते हैं। इधर सार्वजनिक शौचालय व मूत्रालय न होने के कारण दुकानदार भी परेशान रहते हैं। उन्हें काफी दूर जाना होता है। इससे काफी समय खराब होता है।
दुकानदारों का दर्द
इन दिनों सहालग चल रहा है। फिर भी दुकानदारों की समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पूरा बाजार प्रभावित हो रहा है। पुलिस-प्रशासन इन समस्याओं का हल करे। -कौशल गुप्ता
कस्बे के बाजर में बिजली के लटके तार, बाजार से ओवरलोड वाहनों का गुजरना, सार्वजनिक शौचालयों का अभाव व पेयजल समस्या भी है। इनको दूर किया जाए। -नीवेद कुशवाह
पिनाहट का बाजार कई समस्याओं से घिरा है। सहालग सीजन में बाजार की समस्याओं का हल नहीं हो रहा है। इससे दुकानदार चिंतित हैं। सुरक्षा और सफाई की भी समस्या है। -उमेश पिनाहट
क़स्बा बाजार में ऑटो चालक कहीं भी सवारियां भरना शुरू कर देते हैं। यह सब दुकानदारी के समय होता है। ग्राहक दुकान पर नहीं पहुंच पाते है। बिना सामान लिए वापस चले जाते है। -नितिन चितौड़
कई बार ऑटो चालकों के खिलाफ थाने में शिकायत भी की जा चुकी है। लेकिन पुलिस में कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऑटो चालकों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। -शीतला प्रसाद
नदगवां तिराहा, आंबेडकर चौराहा और बस स्टैंड के पास इन डग्गेमार वाहन चालकों का आतंक है। इन चालकों ने दुकान के आगे अस्थायी ऑटो स्टैंड बना रखा है। -सोनपाल सविता
सुबह करीब पांच बजे से लेकर शाम चार बजे तक तूरी के ओवरलोड ट्रैक्टर व गिट्टी व बालू के डम्परों के लिए नो एंट्री होनी चाहिए। शाम चार बजे के बाद ही इन वाहनों के लिए एंट्री खुलनी चाहिए। -अशोक सविता
शौचालय और मूत्रालय न होने के चलते सबसे अधिक समस्या महिला ग्राहकों को आती है। इधर सार्वजनिक शौचालय व मूत्रालय न होने के कारण दुकानदार भी परेशान रहते हैं। -बंटू शर्मा
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