Residents of Kasganj Colonies Struggle with Poor Sanitation and Infrastructure Issues बोले कासगंज: कूड़े के ढेर, टूटे पड़े हैं नाले... 8 कॉलोनियों में सफाई के लाले, Agra Hindi News - Hindustan
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बोले कासगंज: कूड़े के ढेर, टूटे पड़े हैं नाले... 8 कॉलोनियों में सफाई के लाले

Agra News - कासगंज के गंगेश्वर कॉलोनी और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 9000 की आबादी को सफाई और बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यहां नालियों की नियमित सफाई नहीं हो रही, कूड़े का ढेर और टूटे हुए...

Newswrap हिन्दुस्तान, आगराWed, 9 April 2025 03:52 PM
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बोले कासगंज: कूड़े के ढेर, टूटे पड़े हैं नाले... 8 कॉलोनियों में सफाई के लाले

शहर में रोडवेज बस स्टैंड के पीछे स्थित गंगेश्वर कॉलोनी, 16 बीघा कॉलोनी, पालनगर, लवकुश नगर, चंदन नगर, कुश विहार कॉलोनी, बगिया कॉलोनी आदि इलाकों में स्थित लगभग 1000 से अधिक घरों में 9000 से अधिक की आबादी रहती है। शहर के इस क्षेत्र में रहने वाले लोग नाले और नालियों की नियमित सफाई, कॉलोनी में शराब की दुकान, नाले के अधूरे निर्माण, कच्चे नाले, कच्ची सड़कें समेत कई समस्याओं से जूझते हुए बदहाल जीवन जीने को मजबूर हैं। नगर पालिका परिषद कासगंज के तहत आने वाले इन क्षेत्रों में सफाई के लिए मात्र 11 कर्मचारी ही नियुक्त हैं। इन इलाकों में स्वच्छता कर्मियों की संख्या कम होने की वजह से नियमित सफाई नहीं हो पाती है। वहीं कॉलोनियों के प्लॉटों में कूड़ा पड़ने के कारण गलियों में भी दुर्गंध रहती है। यहां के निवासियों ने हिन्दुस्तान के बोले कासगंज के तहत अपनी पीड़ा को साझा किया।

न इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि गंगेश्वर कॉलोनी अराजकतत्वों का अड्डा बन चुकी है। यहां शरारती लोग आए दिन उत्पात मचाते रहते हैं। इससे महिलाओं और युवतियों का घरों से निकालना दूभर हो गया है। लोगों का कहना है कि वे कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। सरस्वती शिशु मंदिर रोड पर 210 मीटर लंबे प्रस्तावित नाले के निर्माण कार्य ठेकेदार ने बीच में अधूरा छोड़ दिया है। लोग बताते हैं कि होली से पहले ठेकेदार ने 90 मीटर नाले का निर्माण करके छोड़ दिया है। बाकी का निर्माण कार्य बीच में ही अधूरा छोड़ दिया है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पूरे इलाके में सफाई के लिए नगर पालिका की ओर से केवल 11 सफाई कर्मी ही नियुक्त हैं। वहीं इस पूरे इलाके में रहने वाली कुल आबादी 9000 के सापेक्ष स्वच्छता कर्मियों की यह संख्या पर्याप्त नहीं है। इससे गलियों और कॉलोनियों में कूड़ा पड़ा रहता है और गंदगी फैली रहती है। नियमित सफाई न होने के कारण नाले-नालियां भी ओवर फ्लो रहते हैं। इन समस्याओं के कारण इलाके में मक्खियों और मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। साथ ही संक्रामित रोगों के फैलने का भी खतरा बना रहता है। नियमित सफाई न होने के कारण पाल नगर इलाके में नालों की दीवारों पर घास और खरपतवार उग आयी हैं, जिससे नाले की दीवारें भी क्षतग्रिस्त हो रही हैं। नाले की दीवारों पर उगने वाली इस घास से केवल गंदगी ही नहीं बढ़ती, बल्कि ये नालों को चोक करने का कारण भी बनती है।

लोगों का कहना है कि डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए आने वाले कर्मी भी निर्धारित समय पर नहीं आते हैं। इससे लोगों को अपने घरों का कूड़ा इधर-उधर खुले स्थानों पर डालना पड़ता है। इस इलाके में कूड़े के संग्रहण के लिए नगर पालिका की ओर से कूड़ेदान भी नहीं रखवाए गए हैं।

हाल ही में सभासद द्वारा पालिका ने 15 कूड़ेदान स्थानीय लोगों में वितरित कराए थे, जोकि यहां के निवासियों की संख्या के मुकाबले अपर्याप्त हैं। इसके साथ ही स्थानीय लोग बताते हैं कि इलाके में लगभग दो साल से सड़कों का पेचिंग वर्क भी नहीं हुआ है। इससे ठाकुर बस्ती में सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। मोहल्ले की पुलिया भी टूटी हुई है। सड़कों में जगह-जगह गड्ढे होने के कारण बुजुर्गों और बच्चों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इसकी वजह से इलाके में हादसों की संख्या भी बढ़ गई है। जोरावर गली में रहने वाले लोगों का कहना है कि आदर्श स्कूल के सामने लगे बिजली के पोल में बारिश के दिनों में करंट आता है। इलाके की पेयजल लाइन में पानी नहीं पहुंच पाता। कभी-कभी तो पीने एवं अन्य कामों के लिए उन्हें हैंडपंप से पानी भरकर लाना पड़ता है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इस इलाके में स्ट्रीट लाइट्स भी नहीं हैं। जो पहले से लगी हैं वो खराब होने के कारण जलती नहीं हैं। इससे रात के समय गलियों में अंधेरा रहता है और लोग अंधेरा होने के कारण घरों से निकालने में डरते हैं।

पालनगर और आसपास की अन्य सभी कॉलोनियों में मक्खी एवं मच्छरों के प्रकोप को नियंत्रित करने व संक्रमक रोगों की रोकथाम के लिए नगर पालिका प्रशासन को फागिंग करानी चाहिए। साथ ही एंटी लार्वा दवाओं का छिड़काव कराना चाहिए। -सूरज कुमार

इस इलाके में नालियों की नियमित सफाई न हो पाने से उनमें कचरा जमा हो जाता है। नाले-नालियों की नगर पालिका को नियमित सफाई के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ानी चाहिए। इसके साथ ही कूड़ा डालने को कॉलोनी में प्रमुख स्थानों पर कूड़ेदान स्थापित कराने चाहिए। -सोनू

ठाकुर बस्ती में पुलिया एवं सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। इससे आए दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। वहीं इस वजह से बुजुर्गों एवं बच्चों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। नगरपालिका हमारी कॉलोनी में पुलिया एवं सड़कों की मरम्मत कराने पर विचार करना चाहिए। -राकेश कुमार

इस इलाके में स्ट्रीट लाइट्स भी नहीं हैं और जो हैं वो खराब होने के कारण जलती नहीं हैं। इससे लोग अंधेरा होने के कारण घरों से निकालने में डरते हैं। पालिका को नई लाइट्स लगवानी चाहिए तथा खराब स्ट्रीट लाइट्स को भी ठीक कराना चाहिए। -अरुण

लगभग दो साल से यहां सड़कों का पेचिंग वर्क भी नहीं हुआ है। जिससे ठाकुर बस्ती में सड़के जर्जर हो चुकी हैं। लोग बताते हैं कि उनके मोहल्ले की पुलिया भी टूटी हुई है। सड़कों में जगह-जगह पर गड्ढे होने से बुजुर्गों एवं बच्चों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। -अंकित

इस इलाके में विद्युत पोलों पर बिजली की केबलें भी लटकी हुई हैं। जोरावर गली में आदर्श स्कूल के सामने लगे विद्युत पोल पर करंट आता है। प्रशासन एवं विद्युत विभाग को विद्युत पोलों पर लटके तारों को हटवाना चाहिए। जिससे पोलों पर करंट की समस्या से निजात मिले। -साहिल कुमार

इस इलाके की पेयजल लाइन में पानी भी नहीं पहुंच पाता। कभी-कभी तो पीने एवं अन्य कामों के लिए उन्हें हैंडपंप से पानी भरकर लाना पड़ता है। पालिका एवं जल निगम भी हमारी कोई सुध नहीं लेते। पेयजल की समस्या का समाधान होना चाहिए। -रूप किशोर

पूरे इलाके में 1000 से अधिक घर हैं, लेकिन सभासद के माध्यम से पालिका ने स्थानीय लोगों में मात्र 15 कूड़ेदानों का वितरण कराया था। जोकि अपर्याप्त है। पालिका की ओर से सभी घरों के कूड़ेदान का वितरण कराया जाना चाहिए। -मोनू

नियमित सफाई न होने की वजह से कॉलोनी में स्थित नालों की दीवारों पर घास एवं झाड़ियां उग आयी हैं। इनसे बारिश के मौसम में नाले की दीवारें क्षतिग्रस्त होकर गिर जाती हैं। ये झाड़ियां एवं घास नालों के चोक होने का प्रमुख कारण भी बनती है। -मेवाराम

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