बोले कासगंज: पौधरोपण से ही पर्यावरण का संरक्षण
Agra News - कासगंज जिले में विकास के साथ-साथ पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। युवाओं ने पौधारोपण के लाभों को साझा करते हुए पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए जागरूकता फैलाने की अपील की।...
जनपद कासगंज विकास की ओर तेजी से अग्रसर है। जिले भर में हाइवे, सरकारी भवनों और सड़कों के निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं। इन निर्माण कार्यों से एक ओर जहां जनसुविधाओं में वृद्धि हो रही है, वहीं दूसरी ओर इन विकास कार्यों की कीमत प्रकृति को चुकानी पड़ रही है। जिले में विभिन्न स्थानों पर भवन व हाइवे आदि के निर्माण के लिए वृक्षों का कटान किया जा रहा है। वहीं जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग पर्यावरण के महत्व को नजरअंदाज कर, निजी लाभ के लिए चोरी-छिपे पेड़ों की कटाई कर रहे हैं और उन्हें बेचकर धन अर्जित कर रहे हैं।
पर्यावरण दिवस के अवसर पर आपके अपने समाचार पत्र दैनिक हिन्दुस्तान के जनसंवाद कार्यक्रम बोले कासगंज में पर्यावरण के संरक्षण को लेकर जब जिले के युवाओं से बात की। तो उन्होंने वृक्षारोपण के लाभों को साझा करते हुए लोगों द्वारा अधिक से अधिक नए पौधों को रोपने की आवाज उठाई। जिले के युवाओं का कहना है कि विकास के साथ-साथ पर्यावरण का संतुलन बनाए रखना भी बहुत जरूरी है। यदि हम आज वृक्षों का संरक्षण नहीं करेंगे, तो कल हमें इसके दुष्परिणाम भुगतने होंगे। युवाओं का कहना है कि हम सभी आधुनिकता की अंधी दौड़ में लगे हुए हैं। आज नित्य नए अविष्कार हो रहे हैं ताकि मानव जीवन और अधिक सुगम हो सके। हम अपनी सुगमता के लिए लगातार प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तो कर ही रहे हैं। इसके साथ ही कंक्रीट के नए जंगल भी तैयार कर रहे हैं। लगातार वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण सड़कों का भी चौड़ीकरण किया जा रहा है। इन सब के चलते लगातार प्रदूषण तो बढ़ ही रहा है। वहीं वृक्षों का कटान हो रहा है। इससे पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है। युवाओं का कहना है कि आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को संरक्षित करने के हमें ना केवल जागरूकता फैलानी होगी, बल्कि तरुण वृक्षों को संरक्षण प्रदान करने जैसे ठोस कदम भी उठाने होंगे। युवाओं का कहना है कि आगामी दिनों में वन महोत्सव मनाया जाएगा। उस दौरान अधिक से अधिक लोग अपने आसपास के इलाकों में वृक्षारोपण करके पर्यावरण को संरक्षण प्रदान करें। इसके साथ ही युवाओं ने जगह-जगह पर पौधों के महत्व को समझाने के लिए अपने प्रयासों को भी साझा किया। तरुण वृक्ष का आकार ले चुके पुराने पौधों को संरक्षण प्रदान करने के साथ ही युवाओं ने विभिन्न स्थानों पर 400 से अधिक नए पौधों भी रोपे हैं। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों को पौधों के महत्व को समझाते हुए पर्यावरण के प्रति उनकी जिम्मेदारी का भी बोध कराया है। युवाओं ने आसपास के पार्कों में भी लोगों को नए पौधे रोपने के लिए प्रेरित किया है। युवाओं ने बताया कि इस बार उन्होंने जिलेभर में 12000 से अधिक नए पौधों एवं वृक्षों को रोपने का संकल्प लिया है। इसके साथ ही युवाओं ने एक अनूठी पहल के रूप में लोगों से जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ तथा अन्य विशेष अवसरों पर पौधारोपण करने की अपील की है। वे खुद भी इस परंपरा को निभा रहे हैं और हर महत्वपूर्ण दिन को पौधारोपण के जरिए यादगार बना रहे हैं। इससे समाज में सकारात्मक संदेश फैल रहा है कि छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव की नींव रख सकते हैं। युवाओं ने बताया कैसे होगा पर्यावरण संरक्षण हमारे छोटे-छोटे कदम ही बड़े बदलाव का कारण बन सकते हैं। हर युवा अपने आसपास के पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने की जिम्मेदारी ले तो निश्चित रूप से हमारे पर्यावरण में सुधार होगा। -अंश सक्सेना प्राकृतिक संसाधनों का अधिक उपयोग एवं उनका अनियंत्रित दोहन हमारी धरती के लिए खतरे की घंटी है। हमें जल, जंगल, जमीन और वायु के उचित उपयोग के साथ-साथ उनके संरक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे। -देव पाराशर धरती हमारे लिए सबसे कीमती धरोहर है। सिर्फ हमारी ही नहीं, यह आने वाली पीढ़ियों की भी जिम्मेदारी है। अपनी जीवन शैली को हमें ऐसी दिशा में मोड़ना होगा, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान न हो। पर्यावरण का संरक्षण हर एक व्यक्ति का कर्तव्य है। -यश मिश्रा प्रकृति का हर पहलू हमें जीवन जीने का तरीका सिखाता है। अगर हम वृक्षों को बचाते हैं, पानी का संरक्षण करते हैं और प्रदूषण को रोकते हैं, तो न केवल हम अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि पूरी पृथ्वी को बचाने में योगदान दे सकते हैं। -अंशुल बाबू यदि हम अपने पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का पालन नहीं करेंगे, तो यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बड़ी समस्या बन जाएगा। पर्यावरण को बचाने के लिए हम सबको मिलकर पर्यावरण संरक्षण के इस मिशन में जुटना होगा। -विवेक दुबे पर्यावरण सिर्फ प्रकृति का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन का आधार है। हर युवा को इस दिशा में सक्रिय रूप से योगदान देना चाहिए, ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण छोड़ सकें। -अनुराग वशिष्ठ हमारी धरती की सुंदरता और समृद्धि उसी से जुड़ी हुई है जो हम इसके साथ करते हैं। अगर हम पर्यावरण को बचाना चाहते हैं, तो हमें हर कदम पर ध्यान रखना होगा कि हमारे क्रियाकलापों से प्रकृति को कोई नुकसान न हो। -ठाकुर दुष्यंत सिंह एक स्वस्थ पर्यावरण ही स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकता है। अगर हम अपनी आदतों में बदलाव लाकर, जैसे कि कचरा न फेंकना, जल का संरक्षण करना, और पौधारोपण करना, तो हम प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी को भी निभा सकते हैं। -रंजीत सिंह हर युवा की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह पर्यावरण की रक्षा में अपना योगदान दे। पेड़-पौधों का संरक्षण, जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाना और प्रदूषण को नियंत्रित करना हमारे कर्तव्यों में शामिल होना चाहिए। -श्लोक उपाध्याय आधुनिकता की दौड़ में हम पर्यावरण को नकारने की भूल कर रहे हैं, जबकि प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि तकनीकी विकास। हमें पर्यावरण को बचाने के लिए मिलकर काम करना होगा। -देव राजग त्रिगुणायत हिन्दुस्तान के बोले कासंगज के तहत आयोजित संवाद में पर्यावरण को लेकर चर्चा करते युवा। इस दौरान युवाओं ने बताया कि आज के समय पर्यावरण का संतुलन रखना बहुत जरूरी है। साथ ही उन्होंने सभी से पौधारोपण करने की अपील की।
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