सांसद सुमन के साथ अखिलेश यादव को भी घुटने पर टिकवाएंगे, करणी सेना की धमकी पर क्या बोले सपा प्रमुख
करणी सेना सपा सांसद रामजी लाल सुमन के साथ ही अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी अपने निशाने पर ले लिया है। सुमन पर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए करणी सेना ने अखिलेश को भी घुटने टिकवाने की धमकी दी है। इसी को लेकर सोमवार को अखिलेश यादव से सवाल पूछा गया तो वह सुनकर हंस पड़े।

सपा सांसद रामजी लाल सुमन के काफिले पर करणी सेना ने हमला किया और इसकी जिम्मेदारी लेते हुए धमकी दी कि अगर माफी नहीं मांगते हैं तो सुमन के साथ अखिलेश यादव को भी घुटने पर टिकवा देंगे। करणी सेना की इस धमकी पर सोमवार को अखिलेश यादव से भी सवाल किया गया। इस पर अखिलेश ने मुख्यमंत्री और डीजीपी को निशाने पर ले लिया। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं की ओर इशारा करते हुए चेतावनी भरे लहजे में यह भी कहा कि हमने तो लाल शर्ट वालों को शांत कर रखा है। अखिलेश यादव सोमवार को सपा मुख्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इसी दौरान उनसे करणी सेना की धमकी को लेकर सवाल किया गया। अखिलेश ने पहले पूछा कि हमें क्या करा देंगे? फिर घुटने पर टिकवा देंगे वाली बात सुनकर हंसते हुए कहा कि हमें भी? अखिलेश ने कहा कि यह धमकी हमें नहीं दी जा रही है। यह धमकी मुख्यमंत्री और डीजीपी को दी जा रही है।
अखिलेश ने कहा कि जो व्यक्ति यह बात बोल रहा है वह हमें चुनौती नहीं दे रहा है। वह मुख्यमंत्री और डीजीपी को चुनौती दे रहा है। सच्चाई यह है कि ऐसे लोग सरकार की कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं। यह चुनौती तो वर्दी पहने पुलिस अधिकारियों को दी जा रही है। हम तो राजनीतिक लोग हैं। अखिलेश ने कहा कि यह चुनौती इसलिए भी मिल रही है कि इनका सीधा संपर्क और संबंध उन लोगों (मुख्यमंत्री और डीजीपी) से होगा। इसलिए ही यह सभी लोग कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं की ओर इशारा करते हुए यह भी कहा कि हमने तो लाल शर्ट पहने लोगों को शांत कर रखा है। उनका इशारा साफ था कि हम हिंसा नहीं करना चाहते हैं।
अखिलेश ने कहा कि रामजी सुमन पर जो हमला हुआ है वह कहीं न कहीं इशारा करता है कि हमला करने वालों को सरकार का पूरा सहारा है। अखिलेश ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि अभी सरकार के लोग औरों को धमका रहे हैं। एक समय ऐसा आएगा कि सरकार के लोग किसी को नहीं छोड़ेंगे। सुमन पर हमला इसलिए भी हुआ है क्योंकि वह दलितों को कुचलने वालों को खिलाफ आवाज उठाने के लिए बुलंदशहर के उस सुनहरा गांव में जा रहे थे, जहां सत्ता सजातीय लोगों ने दलितों को कई बार बेरहमी से रौंदा था। इसमें एक दलित महिला की मौत हो गई थी। कई घायल हुए थे। यूपी में थार और बुलडोजर को जानबूझकर के लोगों को डराने के लिए उसका प्रतीक बनाया जा रहा है।