बोले अम्बेडकरनगर-अकबरपुर में फुटपाथ को लील गई अवैध पार्किंग
Ambedkar-nagar News - अम्बेडकरनगर में फुटपाथों पर दुकानदारों और वाहन चालकों द्वारा अवैध अतिक्रमण की समस्या बढ़ रही है। इससे पैदल चलने वालों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अतिक्रमणरोधी अभियान केवल औपचारिकता बन कर रह...

अम्बेडकरनगर। फुटपाथ वैसे तो पैदल चलने वालों के लिए होते हैं, लेकिन मौजूदा समय में फुटपाथ का उपयोग दुकान लगाने व वाहन चालक अवैध पार्किंग के रूप मेंकर रहे हैं। अतिक्रमणरोधी अभियान तो चलता है, लेकिन वह महज औपचारिकता भर ही रहता है। स्कूल व कॉलेजों के आसपास भी सड़क के किनारे पटरियों पर दुकानदारों ने अस्थाई अतिक्रमण कर रखा है। इससे सबसे अधिक मुश्किल छात्राओं को उठानी पड़ती है। कभी कभी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलता है लेकिन वह महज छोटी अस्थाई दुकानों तक ही सीमित रहता है। कई प्रमुख क्षेत्रों में तो दुकान का आधा सामान ही पटरियों पर रहता है।
इससे न संबंधित क्षेत्र में सड़क संकरी हो गई है। अकबरपुर में कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था न होने से फुटपाथ को ही अवैध तरीके से पार्किंग बना लिया गया है। जगह जगह आड़े तिरछे वाहन खड़े रहते हैं। इतना ही नहीं, ई रिक्शा व अन्य यात्री वाहन भी फुटपाथ पर वाहन खड़ा कर सवारी बैठाते व उतारते हैं। अवैध पार्किंग के चलते संबंधित क्षेत्र में जाम की समस्या लगभग प्रत्येक समय बनी रहती है। अकबरपुर के शहजादपुर में फव्वारा तिराहा से लेकर चौक व सब्जी मंडी के अलावा सुमित्रा जेतली इंटर कॉलेज तक सड़क के किनारे पटरी पर टेबल लगाकर दुकानदारों ने सामान रखा हुआ है। इसी प्रकार बस स्टेशन क्षेत्र व पटेलनगर तिराहा के अलावा नई सड़क पर भी पटरियों पर दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। नतीजा यह है कि संबंधित क्षेत्र में सड़क अत्यंत संकरी हो गई है। इससे सबसे अधिक दिक्कत पैदल चलने वालों को होती है। इतना ही नहीं, वाहन चालकों ने फुटपाथ को ही अवैध तरीके से पार्किंग बना लिया है। जहां तहां आड़ा तिरछा वाहन खड़ा कर देते हैं। प्रमुख चौराहों के आसपास फुटपाथ पर इस प्रकार के छोटे बड़े वाहन आसानी से देखते जा सकते हैं। ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की सुध जिम्मेदारों को नहीं होती है। ई रिक्शा के अलावा अन्य यात्री वाहन भी अक्सर फुटपाथ पर वाहन खड़ा कर देते हैं। इससे न सिर्फ जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है, बल्कि लोगों को आवागमन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सबसे अधिक मुश्किल महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को होती है। सामाजिक कार्यकर्ता अनंतराम वर्मा कहते हैं कि जिम्मेदारों को चाहिए कि ऐसे वाहनों पर सख्ती से कार्रवाई करें, जो जाम का सबब बन रहे हैं। नो वेंडिंग जोन में भी लगी हैं दुकानें: अकबरपुर के पटेलनगर तिराहा के निकट व कलेक्ट्रेट के निकट नो वेंडिंग जोन का बोर्ड तो लगा दिया गया है, लेकिन उसका शतप्रतिशत पालन कराने की सुध जिम्मेदारों को नहीं है। आलम यह है कि इन क्षेत्रों में पटरी दुकानदारों ने धड़ल्ले से दुकान लगा रखी है। इसके अलावा फल व अन्य कई प्रकार के ठेले भी संबंधित क्षेत्र में लगे हैं। लगभग एक वर्ष पहले अकबरपुर में जब अतिक्रमणरोधी अभियान चला था, तब पटेलनगर तिराहा क्षेत्र व कलेक्ट्रेट क्षेत्र से अस्थाई अतिक्रमण हटाकर वहां नो वेंडिंग जोन का बोर्ड लगा दिया गया था। इसके बाद इस बात की सुध नहीं रही कि संबंधित क्षेत्र में दोबारा दुकानें तो नहीं लग गई हैं। इसी का नतीजा है कि मौजूदा समय में संबंधित क्षेत्र में न सिर्फ पटरी दुकानदार, बल्कि फल व जूस के ठेले भी आसानी से देखे जा सकते हैं। संबंधित क्षेत्र में इससे भीड़ होने से न सिर्फ जाम की समस्या लगती है, बल्कि लोगों को आवागमन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यहां तक की पैदल चलने वालों को भी मुश्किल होती है। सामाजिक कार्यकर्ता संध्या राजभर कहती हैं कि जिला मुख्यालय पर जाम की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इसका मुख्य कारण सड़क के किनारे अतिक्रमण किया जाना है। यदि फुटपाथ से अतिक्रमण हटा लिया जाए, तो इससे जाम की समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है। औपचारिकता बन रह गया है अतिक्रमणरोधी अभियान:एक तो अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान चलता नहीं है। यदि चलता भी है, तो इसमें महज औपचारिकता ही निभाई जाती है। अकबरपुर, जलालपुर, टांडा, बसखारी समेत अन्य प्रमुख बाजारों में जगह जगह पटरियों पर दुकानदारों ने अस्थाई अतिक्रमण कर रखा है। इससे संबंधित क्षेत्र में सड़क संकरी हो गई है। सुचारु आवागमन के लिए सड़क के किनारे पटरियों पर किए गए अतिक्रमण को सख्ती से हटाए जाने के निर्देश तो दिए जाते हैं, लेकिन इसका बेहतर तरीके से पालन जिले में नहीं होता है। नगर पालिका परिषद जलालपुर के जमालपुर चौराहा, उर्दूबाजार, पोस्ट ऑफिस के निकट, टांडा चौक क्षेत्र, बसखारी बाजार, अकबरपुर के शहजादपुर, बस स्टेशन क्षेत्र, अकबरपुर अयोध्या मार्ग, नई सड़क, सब्जी मंडी समेत कई अन्य क्षेत्रों में जगह जगह दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। कुछ क्षेत्रों में तो पटरी दिखाई ही नहीं देती। ऐसे अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान तो चलता है, लेकिन इसे पूरी गंभीरता से नहीं लिया जाता है। महज कुछ छोटे दुकानदारों तक ही अभियान सीमित रहता है। लोग बोले- शहजादपुर चौक में सड़क की पटरियों पर अतिक्रमण से मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। -संतोष नगर के पटेलनगर में कुछ स्थानों को नो वेंडिंग जोन घोषित कर बोर्ड भी लगाया गया है। -मोहम्मद शोएब अयोध्या मार्ग पर सड़क की पटरियों पर अतिक्रमण से स्कूली बच्चों को खासी परेशानी होती है। -विनीत नगर के कई स्थानों पर दुकानदार पटरियों पर ग्राहकों के लिए टेबल व कुर्सी लगा देते हैं। -विष्णु टांडा नगर में चौक पर जाम रहता है। पटरियों पर दुकानदार अतिक्रमण कर लेते हैं। -राजकुमार अतिक्रमण हटवाने के लिए अभियान चलाया गया, लेकिन वह उतना प्रभावी साबित नहीं हो सका। शिवम जिले में कहीं भी ऐसी व्यवस्था नहीं है, जहां फुटपाथ को रेलिंग लगाकर सुरक्षित किया गया हो। यदि ऐसा किया जाए। -रामजियावन जिले के अलग-अलग नगर पालिका व नगर पंचायत में अतिक्रमण का दायरा काफी ज्यादा है। -चन्द्रभूषण जिले के कई स्थानों पर फुटपाथ की दशा खराब हो चुकी हैं। कहीं फुटपाथ क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। -सुमित्रानंदन शहर में जाम लगने से सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों को होती है। पटरियों पर अतिक्रमण रहता है। - दिव्यांशु प्रशासन व नगर पालिका प्रशासन बाजारों में ऐसे स्थानों को चिन्हित करे, जहां अतिक्रमण का दायरा ज्यादा है। -भरत कुमार बोले जिम्मेदार- जिले के सभी प्रमुख बाजारों, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत क्षेत्र के सार्वजनिक स्थलों पर सड़क के किनारे किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए समय समय पर अतिक्रमणरोधी अभियान चलता है। इस संबंध में सभी जिम्मेदारों को निर्देश दिए गए हैं। अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई भी की जाती है। डॉ सदानंद गुप्ता, एडीएम
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