जिले में भी नहीं थम रहा मिलावट का खेल, सेहत से हो रहा खिलवाड़
Amroha News - -वित्तीय वर्ष 2024-25 में खाद्य पदार्थों के कुल 383 नमूने जांच के लिए भेजे गए -वित्तीय वर्ष 2024-25 में खाद्य पदार्थों के कुल 383 नमूने जांच के लिए भे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि मिलावटखोरों, नकली दवाओं के कारोबारी नेटवर्क और इस अपराध में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त व निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों को सार्वजनिक रूप से चिन्हित किया जाए और उनकी तस्वीर प्रमुख चौराहों पर लगाई जाए, ताकि जनता भी उन्हें पहचान सके और समाज में उनके प्रति नकारात्मक संदेश जाए। जिले में भी खाद्य पदार्थों में मिलावट का खेल नहीं थम रहा है। सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। यहां कोई खाद्य पदार्थ सही मिल जाए इसकी गारंटी नहीं है। क्योंकि आए दिन खाद्य पदार्थों में मिलावट की पुष्टि हो रही है।
ये हम नहीं कर रहे खाद्य विभाग की रिपोर्ट बयां कर रही है। लोगों का कहना है कि यहां भी बड़ी कार्रवाई की जरुरत है। सहायक खाद्य आयुक्त द्वितीय विनय कुमार अग्रवाल के मुताबिक खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में माह मार्च 2025 तक खाद्य कारोबारकर्ताओं के प्रतिष्ठानों के 1284 निरीक्षण किए गए। 347 छापामार कार्रवाई कर खाद्य पदार्थों के कुल 383 नमूने जांच के लिए भेजे गए। विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में नमूनों की 214 रिपोर्ट प्राप्त हुई थीं। जिनमें से कुल 119 नमूने मानक के अनुरूप नहीं पाए गए। 88 नमूने अधोमानक, 19 नमूने असुरक्षित, 12 नमूने मिथ्या छाप एवं विनियम का उल्लंघन युक्त पाए गए। मानक के अनुरूप नहीं पाए गए नमूनों से संबंधित मामलों में 128 वाद सक्षम न्यायालय में दायर किए जा चुके हैं। वित्तीय वर्ष 2025-26 में माह अप्रैल 2025 तक खाद्य कारोबारकर्ताओं के प्रतिष्ठानों के 114 निरीक्षण किए गए। 28 छापामार कार्रवाई कर खाद्य पदार्थों के कुल 35 नमूने जांच को भेजे गए। बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में माह मार्च 2024 तक न्यायालय में दायर वादों के सापेक्ष विभाग द्वारा प्रभावी पैरवी करने के उपरान्त न्यायालय द्वारा कुल 193 वादों का निस्तारण कर 72 लाख 97 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले में कुल 5264 पंजीकरण जारी किए गए हैं। जिनमें 5,51,900 रुपये का राजस्व विभाग को प्राप्त हुआ। 1030 खाद्य लाइसेंस जारी किए गए, जिनमें 23 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। मिलावट के संदेह पर मीट मसाला कुल तीन किग्रा, चाऊमीन मसाला 23 किग्रा व सौंफ आठ किग्रा जिसकी अनुमानित कीमत 7700 रुपये, स्किम्ड मिल्क पाउडर 40 किग्रा जिसकी अनुमानित कीमत 10 हजार रुपये, रंगीन कचरी 15 किग्रा अनुमानित कीमत 750 रुपये है का सीजर किया गया। सड़े-गले व कटे फल कुल 218 किलो ग्राम नष्ट कराए गए, जिसका अनुमानित कीमत 17,700 रुपये है। एक्पायर्ड कोल्ड ड्रिंक कुल 1975 लीटर नष्ट कराई गई जिसकी अनुमानित कीमत 98.750 रुपये है। रंगीन व दूषित मिठाई कुल 103 किग्रा नष्ट कराई गई, जिसकी अनुमानित कीमत 27500 रुपये है। संक्रमित मीट कुल 900 किग्रा नष्ट कराया गया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।